टोल प्लाजा पर दिशासूचक नहीं होने से भटक जाते हैं चालक
कुंडली-मानेसर-पलवल (केएमपी) एक्सप्रेस-वे पर दिशा-सूचकों की कमी के कारण वाहन चालकों को दिक्कत हो रही है। दिशासूचक नहीं होने से कई बार वाहन चालकों को गलत दिशा में चलना पड़ रहा है।
जागरण संवाददाता, मानेसर: कुंडली-मानेसर-पलवल (केएमपी) एक्सप्रेस-वे पर दिशा-सूचकों की कमी के कारण वाहन चालकों को दिक्कत हो रही है। दिशासूचक नहीं होने से कई बार वाहन चालकों को गलत दिशा में चलना पड़ रहा है। गुरुग्राम जिले की सीमा में बनाए गए सभी टोल प्लाजा पर निकास के लिए दिशासूचक नहीं लगाए गए हैं। कई बार वाहन चालक कट को छोड़कर आगे निकल जाते हैं। बाद में पता लगने पर गलत दिशा में चलना पड़ता है।
पचगांव चौक के आसपास के लोगों ने कई बार केएमपी एक्सप्रेस-वे पर दिशा-सूचक लगाने की मांग की है। बता दें कि, केएमपी एक्सप्रेस-वे पर कई जगह दिशा-सूचक नहीं लगाए गए हैं। कई जगह एक्सप्रेस-वे के शुभारंभ पर दिशा-सूचक लगाए गए थे जो कई जगह से टूट चुके हैं। इसके कारण वाहन चालक परेशान हो रहे हैं। रोजाना गुजरने वाले लोगों को ज्यादा दिक्कत नहीं होती लेकिन नए लोगों को काफी दिक्कत हो रही है। सुरेश, महेंद्र सिंह ने बताया टोल प्लाजा के कट नहीं दिखने से वाहन चालक आगे निकल जाते हैं। ऐसे में उन्हें या तो गलत दिशा में वापस आना पड़ता है या दूसरे टोल प्लाजा पर पहुंच परेशान होना पड़ता है।
हालांकि दो किलोमीटर और पांच सौ मीटर के लिए दिशा-सूचक लगाए गए हैं लेकिन टोल प्लाजा पर काफी दिक्कत होती है। पचगांव चौक के आसपास के गांवों के सरपंचों का कहना है कि टोल प्लाजा और सड़क पर दिशा-सूचक नहीं लगाए जाने से काफी दिक्कत हो रही है। केएमपी एक्सप्रेस वे का प्रयोग रोजाना हजारों वाहन चालक करते हैं।
गुरुग्राम से चंडीगढ़, सोनीपत, पानीपत, करनाल और उत्तर प्रदेश की तरफ जाने वाले की तरफ जाने वाले वाहन भी यहीं से गुजरते हैं। गुरुग्राम जिले के पटौदी रोड, पचगांव चौक और सुल्तानपुर टोल प्लाजा पर दिशासूचकों की कमी हैं। एचएसआइआइडीसी के सीनियर मैनेजर सुरेंद्र देशवाल ने बताया कि जगह-जगह दिशा-सूचक लगाए गए हैं। जहां पर कमी हैं वहां लगा दिए जाएंगे।