गांव में एक माह से पेयजल संकट, अधिकारी नहीं जागे तो सड़क पर बैठीं महिलाएं
करीब एक माह से पेयजल संकट से जूझ रहे महचाना गांव के लोगों का सब्र रविवार को जवाब दे गया। विधायक से लेकर जेई तक को अपनी पीड़ा बताई पर समस्या हल नहीं हुई।
संवाद सहयोगी, फरुखनगर: करीब एक माह से पेयजल संकट से जूझ रहे महचाना गांव के लोगों का सब्र रविवार को जवाब दे गया। विधायक से लेकर जेई तक को अपनी पीड़ा बताई पर समस्या हल नहीं हुई। परेशान होकर ग्रामीणों ने जिसमें काफी संख्या में महिलाएं थीं, फरुखनगर से हेलीमंडी जाने वाली सड़क को सुबह करीब नौ बजे जाम कर दिया। महिलाएं बाल्टी, भगोने और मटका लेकर सड़क पर बैठ गईं।
दोनों ओर वाहनों की कतार लग गई तो फरुखनगर थाना प्रभारी मौके पर पहुंचे और लोगों को किनारे कर रास्ता खोला। जिसके बाद वाहन तो आने-जाने लगे मगर महिलाएं जलापूर्ति एवं अभियांत्रिकी विभाग के जेई को मौके पर बुलाने के लिए अड़ी रहीं। जेई अजय कांगड़ा मौके पर पहुंचे और आश्वासन दिया कि आज शाम को पानी आ जाएगा जिसके बाद दोपहर दो बजे महिलाएं घर गईं।
ग्रामीण ललित कुमार, आशु, संजय कुमार, दिनेश, कुलदीप, योगेश चौहान, उषा देवी, रेखा, लक्ष्मी, कृष्णा, मन्नू, ललिता देवी आदि ने बताया कि जल स्तर नीचे चले जाने से नल बंद हो गए हैं। वहीं गांव का पानी भी खारा है। तीन किलोमीटर दूर स्थित गांव खंडेवला से पाइप लाइन के जरिए पेयजल आपूर्ति होती है। खंडेवला से महचाना, बसुंडा व तिरपड़ी तथा खंडेवला को पेयजल की आपूर्ति की जाती है। खंड़ेवला में लगे तीन में दो बोरवेल से पानी नहीं निकल रहा जिसके चलते एक बोरवेल से पानी की आपूर्ति खंडेवला तक ही सीमित है। दूसरे बीच में कुछ लोगों ने खेतों के लिए पानी कनेक्शन अवैध रूप से कर लिया, जिससे गांव में बनाए गए टैंकों तक पानी नहीं पहुंच रहा। हालात यह हैं कि लोग साइकिल में पीपे लादकर दूसरे गांव से पानी लाते हैं व कुछ लोग टैंकर मंगा रहे हैं।
ग्रामीणों ने वाट्सएप पर भेजे गए मैसेज को दिखाते हुए बताया कि विधायक सत्यप्रकाश जरावता को भी पीड़ा बताई पर समस्या हल नहीं हुई। जेई ने भी आश्वासन में कई दिन गुजार दिए। सुबह पहले लोगों ने अपनी पीड़ा पीएमओ तथा सीएम मनोहर लाल के ट्विटर हैंडल पर ट्वीट कर पीड़ा बताई फिर महिलाओं के साथ सड़क पर बैठ गए। कुलदीप ने कहा पशु-पक्षियों तक के पीने के लिए पानी नहीं है। बोरवेल फेल होने के कारण पानी की समस्या आ रही थी, लेकिन आज शाम तक गांव में तीन बजे तक पानी की आपूर्ति करा दी जाएगी। जो कनेक्शन अवैध रूप से किए गए, उन्हें भी बंद करा कार्रवाई की जाएगी।
-अजय कांगड़ा, जेई, जलापूर्ति एवं अभियांत्रिकी विभाग