मीटर नहीं लगवाया तो लगेगा फ्लैट रेट का झटका
शहर में पानी के कनेक्शनों पर मीटर नहीं लगाने वालों को फ्लैट रेट पर पानी के बिल भेजे जाएंगे।
संदीप रतन, गुरुग्राम
शहर में पानी के कनेक्शनों पर मीटर नहीं लगाने वालों को फ्लैट रेट से पानी के बिल भेजे जाएंगे। इसके साथ ही बिल का भुगतान नहीं करने वाले डिफाल्टरों और अवैध कनेक्शनों को काटने की कार्रवाई की जाएगी। हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण से नगर निगम में ट्रांसफर हुए सेक्टरों में सीवर और पेयजल व्यवस्था अब नगर निगम द्वारा संभाल ली गई है। बिलों का भुगतान भी नगर निगम में ही किया जाएगा, इसके लिए निगम की वेबसाइट को अपडेट किया जा रहा है। इसके साथ ही पानी के कनेक्शन लेने के लिए भी ऑनलाइन आवेदन करना होगा। नगर निगम की डब्ल्यूएसएस यानी वाटर सप्लाई व सीवरेज विग की एक बैठक हाल ही में हुई थी, जिसमें दोनों व्यवस्थाओं को सुधारने के साथ ही बिलों की रिकवरी का फैसला लिया गया है।
हर साल 100 करोड़ खर्च, रिकवरी एक पैसा नहीं
गुरुग्राम मेट्रोपॉलिटन डेवलपमेंट अथॉरिटी (जीएमडीए) से पेयजल आपूर्ति लेने के लिए जीएमडीए को नगर निगम हर माह आठ करोड़ रुपये का भुगतान करता है। इस तरह साल में लगभग 100 करोड़ रुपये नगर निगम के खजाने से जा रहे हैं, लेकिन पानी के बिलों की रिकवरी नहीं हो रही है। अब नगर निगम सभी पेयजल कनेक्शनों पर मीटर लगाकर बिलों की रिकवरी करेगा। दो लाख से ज्यादा घर, कनेक्शन सिर्फ 65 हजार
नगर निगम के रिकार्ड के मुताबिक सिर्फ 65 हजार पानी के कनेक्शन हैं। लेकिन शहर में दो लाख से ज्यादा घर हैं। यानी बाकी कनेक्शन अवैध रूप से लाइनों में जोड़े हुए हैं। इनसे पानी की बर्बादी भी हो रही है। गांव डूंडाहेड़ा, सिरहौल, नाथूपुर, सिकंदरपुर, झाड़सा सहित नगर निगम क्षेत्र के गांवों में काफी अवैध कनेक्शन कर लिए गए हैं। खास बात यह है कि नगर निगम एरिया में 54 गांव हैं और एक गांव से भी पानी के बिलों का भुगतान नहीं हो रहा है। अब पानी के मीटर लगाकर बिल भेजने की तैयारी की जा रही है। पानी के बिल का रेट: मीटर वाले कनेक्शनों पर 10 किलोलीटर तक के लिए 2.50 रुपये प्रति किलोलीटर के हिसाब से और 10 से और 20 किलोलीटर तक पांच रुपये प्रति किलो लीटर के हिसाब से पेयजल शुल्क तय है।
ये हैं फ्लैट रेट: 20 से 30 किलोलीटर तक आठ रुपये प्रति किलोलीटर और 30 किलोलीटर से ऊपर खपत वाले कनेक्शन पर 10 रुपये प्रति किलोलीटर के हिसाब से पेयजल शुल्क वसूला जाता है। - मीटर लगवाने के लिए पहले पब्लिक नोटिस दिया जाएगा। इसके बाद मार्च में मीटर नहीं लगवाने वालों को फ्लैट रेट के हिसाब से बिल भेजे जाएंगे। पानी के अवैध कनेक्शनों को काटने की कार्रवाई भी की जाएगी।
अमित सांडिल्य, एक्सईएन, नगर निगम, गुरुग्राम।