एमएसएमई की मजबूती के लिए डिजिटल सक्रियता जरूरी
जागरण संवाददाता गुरुग्राम साइबर सिटी माइक्रो स्मॉल एंड मीडियम एंटरप्राइजेज (एमएसएमई) का बड़ा हब है। पिछले कुछ साल से इस श्रेणी के उद्योगों को जटिल चुनौतियों से जूझना पड़ रहा है। इनकी बेहतरी के लिए सरकार से बड़े कदम उठाने की गुहार लगाई जा रही है। इसी को ध्यान में रखते हुए केंद्रीय एमएसएमई मंत्रालय ने डिजिटल स्कीम के अंतर्गत गाइडलाइन जारी की है। इसके अनुसार एमएसएमई को अपनी मजबूती के लिए सूचना प्रौद्योगिकी का अधिक से अधिक इस्तेमाल करना चाहिए। इस मामले में स्थानीय उद्यमियों का मानना है कि डिजिटल प्लेटफार्म पर सक्रिय होकर इस श्रेणी के उद्योग अपना कारोबारी दायरा बढ़ा सकते हैं।
जागरण संवाददाता, गुरुग्राम: साइबर सिटी माइक्रो, स्मॉल एंड मीडियम एंटरप्राइजेज (एमएसएमई) का बड़ा हब है। पिछले कुछ साल से इस श्रेणी के उद्योगों को जटिल चुनौतियों से जूझना पड़ रहा है। इनकी बेहतरी के लिए सरकार से बड़े कदम उठाने की गुहार लगाई जा रही है। इसी को ध्यान में रखते हुए केंद्रीय एमएसएमई मंत्रालय ने डिजिटल स्कीम के अंतर्गत गाइडलाइन जारी की है। इसके अनुसार एमएसएमई को अपनी मजबूती के लिए सूचना प्रौद्योगिकी का अधिक से अधिक इस्तेमाल करना चाहिए। इस मामले में स्थानीय उद्यमियों का मानना है कि डिजिटल प्लेटफार्म पर सक्रिय होकर इस श्रेणी के उद्योग अपना कारोबारी दायरा बढ़ा सकते हैं।
बता दें कि केंद्र सरकार की पिछली डिजिटल एमएसएमई योजना क्लाउड सॉफ्टवेयर के इस्तेमाल पर आधारित थी। इस बार जो गाइडलाइन जारी की गई है वह एमएसएमई की डिजिटल जरूरतों को ध्यान में रखते हुए है। इसके अनुसार एमएसएमई प्रमोशन के लिए डिजिटल जागरूकता को बढ़ावा देना, ई-प्लेटफॉर्म का विकास, एमएसएमई के लिए सॉफ्टवेयर, एप्लीकेशन का विकास, डिजिटल साक्षरता और ई-मार्केटिग, एमएसएमई अधिकारियों को प्रशिक्षण, व्यावसायिक प्रशिक्षण सहित अन्य बिदुओं को शामिल किया गया है। इस योजना में राज्य सरकारों को सक्रिय रूप से शामिल किया गया है। डिजिटल स्कीम का मुख्य मकसद एमएसएमई को सूचना प्रौद्योगिकी मामले में सशक्त बनाना है, जिसके जरिए वह राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय कारोबारी प्रतियोगिता के लिए खुद को मजबूती से तैयार कर सकें। आज के डिजिटल दौर में सूचना प्रौद्योगिकी का महत्व काफी बढ़ गया है। इनका इस्तेमाल कर एमएसएमई श्रेणी के उद्योग स्वयं को अधिक सक्षम बना सकते हैं। इसके माध्यम से वह अपने उत्पादों का प्रचार-प्रसार राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कर सकते हैं। अपने लिए नए बाजार की तलाश भी कर सकते हैं। इससे उनका कारोबारी क्षितिज विस्तृत होगा। इसी मकसद से केंद्र सरकार ने डिजिटल स्कीम के अंतर्गत गाइडलाइन जारी की है, जो सराहनीय है।
-विकास जैन, अध्यक्ष, गुड़गांव चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री
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