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शैक्षिक पाठ्यक्रम में प्रमुखता से शामिल हो साइबर सिक्योरिटी

टेक्नोलॉजी के इस दौर में साइबर सिक्योरिटी बेहद अहम मुद्दा बन गया है। हर क्षेत्र में इसकी जरूरत को तीव्रता से महसूस किया जा रहा है। इस मामले में देश अभी काफी पीछे है। अमेरिका, यूरोपीय संघ, चीन और इजरायल जैसे देशों की तरह से साइबर सिक्योरिटी के मामले में सजग रहना जरूरी है। इसके लिए सरकारी से लेकर निजी शिक्षण संस्थानों के पाठ्यक्रम में इसे प्रमुखता से शामिल करने की जरूरत है। साइबर विशेषज्ञों का कहना है कि जब तक ऐसा नहीं होगा तब तक इस क्षेत्र में दक्ष वर्कफोर्स को तैयार नहीं किया जा सकेगा। छह दिसंबर को गुरुग्राम के लीला होटल में संपन्न एनुअल इन्फार्मेशन सिक्योरिटी समिट-201

By JagranEdited By: Published: Sun, 09 Dec 2018 06:27 PM (IST)Updated: Sun, 09 Dec 2018 06:27 PM (IST)
शैक्षिक पाठ्यक्रम में प्रमुखता से शामिल हो साइबर सिक्योरिटी
शैक्षिक पाठ्यक्रम में प्रमुखता से शामिल हो साइबर सिक्योरिटी

यशलोक ¨सह, गुरुग्राम

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टेक्नोलॉजी के इस दौर में साइबर सिक्योरिटी बेहद अहम मुद्दा बन गया है। हर क्षेत्र में इसकी जरूरत को तीव्रता से महसूस किया जा रहा है। इस मामले में देश अभी काफी पीछे है। अमेरिका, यूरोपीय संघ, चीन और इजरायल जैसे देशों की तरह से साइबर सिक्योरिटी के मामले में सजग रहना जरूरी है। इसके लिए सरकारी से लेकर निजी शिक्षण संस्थानों के पाठ्यक्रम में इसे प्रमुखता से शामिल करने की जरूरत है। साइबर विशेषज्ञों का कहना है कि जब तक ऐसा नहीं होगा तब तक इस क्षेत्र में दक्ष वर्कफोर्स को तैयार नहीं किया जा सकेगा। छह दिसंबर को गुरुग्राम के लीला होटल में संपन्न एनुअल इन्फार्मेशन सिक्योरिटी समिट-2018 में आए टेक्नोलॉजी दिग्गजों ने भी इस पर जोर दिया।

साइबर विशेषज्ञों ने कहा कि डिजिटल इंडिया के प्लेटफार्म तक देश तेजी से आगे बढ़ रहा है। हर क्षेत्र में टेक्नोलॉजी का दखल बढ़ता जा रहा है। यहां आधार कार्ड में हर नागरिक की गोपनीय जानकारी है। उनके वित्तीय हित भी इसी से जुड़े हुए हैं। इसकी सुरक्षा को लेकर भी लोगों में ¨चता देखी जा रही है। केंद्र सरकार द्वारा आधार की सुरक्षा को लेकर बेहतर बंदोबस्त किए जा रहे हैं। इसके बावजूद सुरक्षा में सेंध की संभावना बनी रहती है, क्योंकि हैकर तेजी से अपडेट होते जा रहे हैं। कॉरपोरेट, आइटी, बीपीओ, आइटीईएस सहित अन्य कंपनियों में भी टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल तेजी से बढ़ रहा है। ऐसे में इन्हें भी अपने डाटा की सुरक्षा अहम लगने लगी है। साइबर एक्सपर्ट अंकुर पटियाल का कहना है कि आज लोगों के पास टेक्नोलॉजी है मगर इसके रखरखाव के लिए दक्ष लोग नहीं हैं।

आने वाला समय साइबर वार का है। चीन और पाकिस्तान जैसे देशों की ओर से साइबर सुरक्षा तंत्र को भेदने का प्रयास लगातार हो रहा है। देश की रक्षा प्रणाली, परिवहन प्रणाली, स्पेस अनुसंधान से लेकर नागरिकों की गोपनीय जानकारी को हासिल करने का प्रयास देश के दुश्मनों के द्वारा नियमित तौर से होता है। साइबर एक्सपर्ट जसमीत ¨सह का कहना है कि साइबर क्राइम, है¨कग और डाटा चोरी की घटनाएं भविष्य में और बढ़ेंगी, इसे रोकने के लिए साइबर सिक्योरिटी की सु²ढ़ता जरूरी है। साइबर सिक्योरिटी को शैक्षिक पाठ्यक्रम में शामिल करना चाहिए जिससे लोग इसके प्रति जागरूक हो सकें। इस क्षेत्र में रोजगार की भारी संभावनाएं हैं। आने वाले सात सालों में तीन से चार लाख नौकरियां इस क्षेत्र में सृजित होंगी। इन नौकरियों के लिए दक्ष प्रतिभाएं जरूरी हैं।

- टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में तेजी से विकास के इस दौर में साइबर सिक्योरिटी अहम मुद्दा बन गया है। इस मामले में दक्ष मानव संसाधन को बढ़ाना समय की जरूरत है। इसे एक चुनौती के रूप में लेने की जरूरत है।

-अजय चतुर्वेदी, सीईओ हर्वा


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