अवैध कॉलोनी बसाने के लिए काटे पेड़
सोहना कस्बे में एक कालोनाइजर ने अपनी मनमानी चलाकर सैकड़ों की संख्या में पेड़ों को अवैध रूप से काट डाला है। उक्त पेड़ पूर्ण रूप से हरे-भरे थे। कालोनाइजर ने अवैध कॉलोनी बसाने के चक्कर में पेड़ों की कटाई कराई है जबकि एनजीटी ने पेड़ों को काटे जाने पर पूर्ण रूप से पाबंदी लगाई हुई है।
संवाद सहयोगी, सोहना: सोहना कस्बे में एक कॉलोनाइजर ने अपनी मनमानी चलाकर सैकड़ों की संख्या में पेड़ों को अवैध रूप से काट डाला । यह पेड़ पूर्ण रूप से हरे-भरे थे। कालोनाइजर ने अवैध कॉलोनी बसाने के चक्कर में पेड़ों की कटाई कराई है जबकि एनजीटी (नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल) ने पेड़ों को काटे जाने पर पूर्ण रूप से पाबंदी लगाई हुई है। इस बारे में वन विभाग के दरोगा रसीद अहमद कहते हैं कि भूमि में मात्र नीम व सिरस का एक-एक पेड़ था, जिस पर विभाग द्वारा जुर्माना लगा दिया गया है।
स्थानीय लोगों का आरोप है कि कालोनाइजर ने सभी सरकारी नियमों को धता बताते हुए हरे-भरे पेड़ों को धराशाही कर दिया है। इसकी अनुमति कालोनाइजर ने सरकार व प्रशासन से नहीं ली है। वहीं वन विभाग सब कुछ देखकर भी अनदेखा कर रहा है। विभाग ने पेड़ों की कटाई पर ठोस कार्रवाई नहीं की है।
कस्बे के वार्ड नंबर-6 में स्थित हरिनगर कॉलोनी के समीप प्रीकोर सिटी के साथ करीब बारह एकड़ भूमि में वर्षों से सैकड़ों हरे-भरे पेड़ लगे हुए थे जो राजस्व रिकॉर्ड अनुसार मुस्ततिल नंबर-222, 227 में थे। अवैध कॉलोनी बसाए जाने को लेकर इन पेड़ों को रातों-रात काट दिया गया है। कॉलोनाइजर ने कृषि योग्य भूमि में प्लाटिग किए जाने का नक्शा भी मार्केट में बिक्री के लिए खोल दिया है। ऐसा होने से एनजीटी के नियमों की कस्बे में अवेहलना हो रही है।