फालोअप: नकली नोटों के साथ गिरफ्तार आरोपित सात दिन की रिमांड
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) की टीम ने अपने जाल में फंसाकर बुधवार को एक करोड़ 20 लाख रुपये के नकली नोटों के साथ दो आरोपितों को गिरफ्तार किया। इसके लिए कई दिनों से टीम पीछे लगी हुई थी। दोनों से पूछताछ में साफ होगा कि नकली नोटों की छपाई कहां होती है और कहां-कहां नोट भेजे जाते हैं। साथ ही यह भी पता चल सकेगा कि कबसे ऐसा किया जा रहा है।
जागरण संवाददाता, गुरुग्राम: 1.20 करोड़ रुपये के नकली नोटों के साथ गिरफ्तार दो आरोपितों को सदर थाना पुलिस ने बृहस्पतिवार दोपहर अदालत में पेश किया, जहां से पूछताछ के लिए सात दिन की रिमांड पर लिया गया है। रिमांड के दौरान पता किया जाएगा कि इनका किसी आतंकी संगठन से संबंध तो नहीं है। मामले की जांच एनआइए व गुरुग्राम पुलिस अपने-अपने स्तर पर करेंगे।
सूत्रों के अनुसार राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) को कुछ समय पहले सूचना मिली थी कि नूंह जिले के गांव सिंगार से नकली नोट कई जगह पहुंचाए जाते हैं। सूचना के आधार पर रेकी शुरू की गई। पता चला कि दो लोग एक-एक बैग में नकली नोट लेकर गुरुग्राम के सेक्टर-48 स्थित एक पेट्रोल पंप के नजदीक पहुंचने वाले हैं। टीम चक्कर लगाती रही। जैसे ही दोनों पहुंचे उन्हें दबोच लिया गया। दोनों की पहचान नूंह जिले के गांव नई निवासी वसीम (20) एवं गांव सिगार निवासी कासीम (44) के रूप में की गई।
एनआइए की टीम दोनों को लेकर सदर थाना पहुंची। वहां पर नोटों की गिनती की गई। देर रात एनआइए ने दोनों आरोपितों को सदर थाना पुलिस के हवाले कर दिया। अब मामले की जांच न केवल सदर थाना पुलिस बल्कि क्राइम ब्रांच की कई टीमें भी करेंगी। एनआइए अपने स्तर पर जांच करेगी। सदर थाना प्रभारी दलबीर सिंह ने बताया कि रिमांड के दौरान पूरे नेटवर्क के बारे में जानकारी हासिल की जाएगी। सबसे बड़ा सवाल यह है कि नकली नोटों की छपाई कहां होती है और कहां-कहां नोट पहुंचाए जाते हैं।
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