मल्टीपरपज हॉल की डीपीसी में ही लगाए दिए थे 21 करोड़
खिलाड़ियों को एक ही छत के नीचे कई खेल सुविधा देने की मकसद से प्रदेश सरकार ने ताऊ देवीलाल स्टेडियम में मल्टीपरपज हॉल बनवाने का प्रोजेक्ट तैयार किया था। इसे तैयार कराने की जिम्मेदारी हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण (एचएसवीपी) को सौंपी गई थी। निर्माण में गड़बड़झाले की खबर दैनिक जागरण ने आरटीआइ से मिली जानकारी के आधार पर प्रकाशित की थी। जिसके बाद प्रदेश सरकार ने विजिलेंस जांच के आदेश दिए थे। वर्ष 201
जागरण संवाददाता, गुरुग्राम: खिलाड़ियों को एक ही छत के नीचे कई खेल सुविधा देने की मकसद से प्रदेश सरकार ने ताऊ देवीलाल स्टेडियम में मल्टीपरपज हॉल बनवाने का प्रोजेक्ट तैयार किया था। इसे तैयार कराने की जिम्मेदारी हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण (एचएसवीपी) को सौंपी गई थी। निर्माण में गड़बड़झाले की खबर दैनिक जागरण ने आरटीआइ से मिली जानकारी के आधार पर प्रकाशित की थी। जिसके बाद प्रदेश सरकार ने विजिलेंस जांच के आदेश दिए थे। वर्ष 2018 में प्रोजेक्ट को गुरुग्राम महानगरीय विकास प्राधिकरण के हवाले कर दिया गया था।
वर्ष 2015 में गुरुनानक इंजीनियरिग सर्विस को 13.5 करोड़ रुपये का टेंडर अलॉट कर 15 माह में निर्माण करना था। इसके बाद 2016 में यह राशि बढ़ाकर 22 करोड़ रुपये कर दी गई लेकिन निर्माण केवल डीपीसी तक सीमित रहा था। जबकि रकम कंपनी को बगैर स्थिति जाने अदा कर दी गई थी। आर टीआइ कार्यकर्ता हरींद्र ढींगरा द्वारा लगाई गई आरटीआइ से यह बात सामने आई तो मुख्यमंत्री ने विजिलेंस जांच के आदेश दिए थे। चार मंजिला मल्टीपरपज हॉल 68.50 मीटर चौड़ा और 85.50 लंबा बनना था। अगर हॉल बनकर तैयार होता, तो कुश्ती, जूडो, बाक्सिग, जिमनास्ट, बैडमिटन व इंडोर में आयोजित होने वाले अन्य खेलों के काम आता।