गुरुग्राम में बैठकर कर रहे थे अमेरिकी नागरिकों से ठगी
डीएलएफ फेज-2 में टेक सपोर्ट के नाम से संचालित फर्जी कॉल सेंटर का साइबर अपराध पुलिस टीम ने भंडाफोड़ किया है।
जागरण संवाददाता, गुरुग्राम: डीएलएफ फेज-2 में टेक सपोर्ट के नाम से संचालित फर्जी कॉलसेंटर का साइबर अपराध पुलिस टीम ने भंडाफोड़ किया है। पुलिस ने कॉल सेंटर से दो आरोपितों को गिरफ्तार किया है, जिनमें एक कॉल सेंटर का मालिक और दूसरा संचालक है। छापे में कंप्यूटर व नकदी भी बरामद की है। आरोपित अमेरिकी नागरिकों को कंप्यूटर व इंटरनेट के माध्यम से तकनीकी सहायता देने के नाम पर ठगी करते थे।
पुलिस को सूचना मिली थी कि डीएलएफ फेज-2 में एक अवैध कॉलसेंटर चल रहा है, जिसके जरिए अमेरिकी नागरिकों से ठगी की जा रही है। एसीपी करण गोयल के नेतृत्व में साइबर अपराध थाना पुलिस की टीम ने फर्जी कॉल सेंटर पर छापे की कार्रवाई की। मकान के भूतल पर बने दो कमरों में 12 लड़के अमेरिकी लहजे की अंग्रेजी भाषा में हेडफोन लगाकर बात कर कर रहे थे। पुलिस ने मौके से तीन कंप्यूटर व 1.45 लाख रुपये नकद बरामद किए। पुलिस के मुताबिक इस कॉलसेंटर का मालिक जींद के नरवाना निवासी अमित ढांढा है। सौरभ चौधरी इस कॉलसेंटर को संचालित कर रहा है। सौरभ मूलरूप से पश्चिम बंगाल के हुगली का रहने वाला है। ज्यादा पैसे के चक्कर में डिग्रीधारक बन गए ठग
आरोपित अमित ढांढा ने बीटेक तक पढ़ाई की है। दूसरे आरोपित सौरभ चौधरी ने बीकॅाम तक शिक्षा हासिल की है। ये दोनों पहले एक प्राइवेट कंपनी में आइटी सॉल्यूशन का काम करते थे। ज्यादा पैसे कमाने के चक्कर में तीन महीने पहले फर्जी कॉल सेंटर खोला था। अमेरिकी नागरिकों से ये गिफ्ट कार्ड के माध्यम से पैसे लेते थे।