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बिजली नहीं होने पर जेनरेटर चलाने की छूट रहे जारी

औद्योगिक इकाइयों में डीजल जेनरेटर संचालन की जो छूट पर्यावरण प्रदूषण नियंत्रण एवं संरक्षण प्राधिकरण (ईपीसीए) द्वारा दी गई थी उसकी समय-सीमा समाप्त होने जा रही है। उद्यमियों द्वारा बिजली नहीं होने की सूरत में इसका लाभ अब केवल सोमवार तक ही उठाया जा सकता है।

By JagranEdited By: Published: Sun, 29 Nov 2020 09:07 PM (IST)Updated: Sun, 29 Nov 2020 09:07 PM (IST)
बिजली नहीं होने पर जेनरेटर चलाने की छूट रहे जारी
बिजली नहीं होने पर जेनरेटर चलाने की छूट रहे जारी

जागरण संवाददाता, गुरुग्राम: औद्योगिक इकाइयों में डीजल जेनरेटर संचालन की जो छूट पर्यावरण प्रदूषण नियंत्रण एवं संरक्षण प्राधिकरण (ईपीसीए) द्वारा दी गई थी, उसकी समय-सीमा समाप्त होने जा रही है। उद्यमियों द्वारा बिजली नहीं होने की सूरत में इसका लाभ अब केवल सोमवार तक ही उठाया जा सकता है। इसके बाद इस मामले में क्या स्थिति बनेगी इसे लेकर साइबर सिटी के उद्यमी काफी असमंजस में हैं। उनका कहना है कि उन्हें यह नहीं पता है कि 30 नवंबर के बाद इस मामले में उन्हें क्या करना है। फिलहाल उनकी यही मांग है कि ईपीसीए बिजली नहीं होने पर जेनरेटर संचालन की छूट को आगे भी जारी रखे। ऐसा होने से उद्योगों को बड़ी राहत मिलेगी।

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हालांकि उद्यमियों का यह भी कहना है कि 15 अक्टूबर से प्रभावी ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (ग्रेप) के लागू होने के बाद से औद्योगिक क्षेत्रों में बिजली की आपूर्ति दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम की ओर से बेहतर ढंग से की जा रही है। इस कारण जेनरेटर चलाने की अधिक जरूरत अभी तक नहीं हुई है। सिर्फ तकनीकी कारणों से बिजली नहीं होने पर ही जनरेटर का इस्तेमाल किया जाता है। फिर भी ईपीसीए को छूट को आगे जारी रखना चाहिए। जेनरेटर चलाने की छूट का लाभ यह हुआ है कि यदि पावर लाइन में किसी प्रकार की खराबी आने पर यदि बिजली आपूर्ति प्रभावित होती है औद्योगिक कामकाज बंद नहीं होता। इससे उत्पादन में निरंतरता बनी रहती है। उद्यमी प्रदीप बंसल का कहना है कि अभी तक यदि बिजली थोड़ी देर के लिए भी जाती है तो जेनरेटर चलाकर काम जारी रखा जाता है।औद्योगिक सुविधा के लिए यह छूट जारी रहे तो बेहतर होगा।

उद्यमी दीपेंद्र गुलिया का कहना है कि वायु प्रदूषण को लेकर उद्योग जगत हमेशा से सतर्क रहा है। गुरुग्राम में स्थित औद्योगिक इकाइयां प्रदूषण फैलाने वाली नहीं हैं। अभी यदि जब-जब जेनरेटर चलाया जाता है तो उसका ब्योरा लाग बुक में दर्ज किया जा रहा है। बिजली नहीं होने की स्थिति में औद्योगिक इकाइयों में डीजल जेनरेटर संचालन की जो छूट ईपीसीए ने पिछले माह दी थी वह आगे भी जारी रहनी चाहिए। ऐसा होगा तो उद्योगों के लिए अच्छा रहेगा।

दीपक मैनी, महासचिव, फेडरेशन आफ इंडियन इंडस्ट्री

डीजल जेनरेटर संचालन के मामले में आगे क्या स्थिति होगी इसे लेकर फिलहाल अभी कुछ नहीं कहा जा सकता। आगे जैसा आदेश आएगा उसी के अनुरूप काम किया जाएगा।

कुलदीप सिंह, क्षेत्रीय अधिकारी, हरियाणा राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, गुरुग्राम


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