न्यायालय परिसर में मनाया गया संविधान दिवस
जिला विधिक सेवाएं प्राधिकरण द्वारा मंगलवार को न्यायालय परिसर में संविधान दिवस मनाया गया।
जागरण संवाददाता, गुरुग्राम: जिला विधिक सेवाएं प्राधिकरण द्वारा मंगलवार को न्यायालय परिसर में संविधान दिवस मनाया गया। इस मौके पर मौजूद पैनल अधिवक्ताओं, पैरा-लीगल स्वयंसेवियों व स्टाफ के सदस्यों ने संविधान की प्रस्तावना पढ़ी। साथ ही भारत की संवैधानिक यात्रा के बारे में विस्तार से बताया गया।
जिला विधिक सेवाएं प्राधिकरण के सचिव एवं मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी प्रदीप चौधरी ने कहा कि 26 नवंबर, 1949 को देश की संविधान सभा ने औपचारिक रूप से संविधान को अपनाया था। उन्होंने कहा कि हमारा संविधान विश्व का सबसे बड़ा संविधान है। जिसमें 448 अनुछेद, 12 अनुसूचियां व 101 संशोधन अभी तक हो चुके हैं। यह हस्तलिखित संविधान है और जिसे तैयार करने में दो वर्ष 11 माह 18 दिन का समय लगा। उन्होंने कहा कि 26 जनवरी 1950 को संविधान लागू हुआ था। सरकार ने 19 नवंबर 2015 को राजपत्र अधिसूचना की सहायता से 26 नवंबर को संविधान दिवस के रूप में घोषित किया। संविधान सभा के 284 सदस्यों ने 24 जनवरी, 1950 को दस्तावेज पर हस्ताक्षर किए थे।