बरसाती पानी के साथ बहाया जा रहा केमिकल
आइएमटी मानेसर के औद्योगिक क्षेत्र में बारिश के पानी की आड़ में केमिकल बहाया जा रहा है। इससे यहां जमीन खराब हो रही है और केमिकल मिले पानी से निकलने पर लोगों में बीमारी भी फैल रही हैं। बारिश के पानी के साथ ही यह केमिकल भी निकल जाता है। आइएमटी मानेसर में ऑटो पार्ट्स की अनेकों कंपनी हैं। इन कंपनियों में कई प्रकार के ऐसे केमिकल का प्रयोग किया जाता है जिसका निस्तारण काफी महंगा है और मानेसर के नजदीक इसका निस्तारण नियमों के खिलाफ है।
जागरण संवाददाता, मानेसर: आइएमटी मानेसर के औद्योगिक क्षेत्र में बारिश के पानी की आड़ में केमिकल बहाया जा रहा है। इससे यहां जमीन खराब हो रही है और केमिकल मिले पानी से गुजरने पर लोगों में बीमारी भी फैल रही है। बारिश के पानी के साथ ही यह केमिकल भी निकल जाता है। आइएमटी मानेसर में ऑटो पार्ट्स की अनेक कंपनियां हैं। इनमें कई प्रकार के ऐसे केमिकल का प्रयोग किया जाता है, जिसका निस्तारण काफी महंगा है और मानेसर के नजदीक इसका निस्तारण नियमों के खिलाफ है।
बड़ी कंपनी में तो इसके निस्तारण की स्थायी व्यवस्था की गई है, लेकिन छोटे स्तर की अधिकतर कंपनी में इसका निस्तारण नहीं किया जाता है। छोटी कंपनी का प्रबंधन इस प्रकार के केमिकल को औद्योगिक क्षेत्र के बाहर खाली जमीन पर डाल देते हैं। कई बार इस बारे में आसपास के गांवों के लोगों द्वारा शिकायत भी दी गई है। बारिश के मौसम में छोटी कंपनी प्रबंधन इसका फायदा उठाते हैं। बारिश के मौसम में आइएमटी मानेसर में सड़कों पर जलभराव हो जाता है। ऐसे में कई कंपनियों से इस प्रकार के केमिकल को खुले में ही बहाया जाता है।
औद्योगिक क्षेत्र के साथ ही पहाड़ी व गांव कासन, खोह, अलियर, बास कुशला, ढाणा का पानी भी सेक्टर सात से निकलता है। एचएसआइआइडीसी द्वारा पानी की निकासी के लिए एक नाला बनाया गया है। इसके माध्यम से ही बारिश का पानी निकाला जाता है। कंपनियों द्वारा खुले में ही केमिकल डाला जाने से सेक्टर सात की सड़कों पर लोगों को काफी परेशानी होती है। मानेसर स्थित एक कंपनी में कार्यरत मुकेश व अमित ने बताया कि बरसात होने पर पैदल चल नहीं सकते। पानी में केमिकल मिला होने के चलते पैर कट जाते हैं। समस्या को लेकर एचएसआइआइडीसी के अधिकारियों से बात की जाएगी। केमिकल बहाने वाले इंडस्ट्री संचालकों के खिलाफ भी सख्त कदम उठाए जाएंगे।
विनय प्रताप ¨सह, उपायुक्त गुरुग्राम