सीसीटीवी कैमरों से लैस होंगी नई सिटी बसें
संदीप रतन, गुरुग्राम साइबर सिटी के रूटों पर दौड़ने वाली नई सिटी बसें सीसीटीवी कैमरों स
संदीप रतन, गुरुग्राम
साइबर सिटी के रूटों पर दौड़ने वाली नई सिटी बसें सीसीटीवी कैमरों से लैस होंगी। इसके अलावा इन बसों में इमरजेंसी अलर्ट सिस्टम और जीपीएस भी लगा होगा। हाईटेक सिटी बसों के अगस्त माह तक आ जाने की उम्मीद है। पहले चरण में दौ सौ सिटी बसें शहर के रूटों पर संचालित होंगी, जिसके लिए 9 मार्च को टेक्निकल बिड खोली जाएगी। बिड के बाद फाइनेंशियल बिड की प्रक्रिया शुरू होगी और 100-100 बसों के संचालन की जिम्मेदारी दो बस आपरेटरो को सौंपी जाएगी।
बता दें कि जीएमडीए (गुरुग्राम मेट्रोपॉलिटन डेवलपमेंट अथॉरिटी), नगर निगम और एचएसआइआइडीसी की भागीदारी से इन सिटी बसों का संचालन किया जाना है। इसके लिए जीएमसीबीएल यानी गुरुग्राम मेट्रोपॉलिटन सिटी बस लिमिटेड का गठन भी किया जा चुका है। पूरे शहर में सभी रूटों पर पब्लिक ट्रांसपोर्ट की कनेक्टिविटी के लिए 500 बसें चलाने की योजना है।
पहले चरण में 11 रूटों पर सिटी बसें चलेंगी और फिलहाल यात्री भार और जरूरत के हिसाब से 25 रूट तैयार किए गए हैं। सिटी बसों के लिए बस डिपो का निर्माण करने के लिए तीन जगह फाइनल हो चुकी है, जिसमें दो जगह पर बस डिपो के लिए वर्क अलॉट कर दिया गया है। कुल पांच जगहों पर बस डिपो का निर्माण किया जाएगा।
वोल्वो बसों में है कैमरों की सुविधा
फिलहाल रोडवेज की वोल्वो बसों में ही सीसीटीवी कैमरे लगे हुए हैं और ज्यादातर वोल्वो बसें चंडीगढ़ रूट पर चल रही हैं। सुरक्षा के लिहाज से रोडवेज की सभी बसों में सीसीटीवी कैमरे लगाए जाने थे, लेकिन अभी तक कैमरे लगे नहीं है। जीएमडीए के सिटी बस प्रोजेक्ट में सिटी बसों में सीसीटीवी कैमरे लगाने का प्रावधान किया गया है। महिलाओं सहित सभी यात्रियों की सुरक्षा के लिए बसों में सीसीटीवी कैमरे लगाने के लिए पहले भी गाइडलाइन जारी हो चुकी है। जीपीएस और इमरजेंसी अलर्ट लगे होने से भी फायदा मिलेगा।
टिकट मैनेजटमेंट होगा हाईटेक
पेपरलेस वर्क के तहत जीएमडीए का प्रयास है कि सिटी बसों में कागज के टिकट नहीं दिए जाएंगे। इसके लिए ई टिकट या मोबाइल अलर्ट टिकट का प्रावधान किया जाएगा। यात्रियों को उनके मोबाइल पर ही टिकट उपलब्ध होगा। ऑनलाइन टिकट सुविधा शुरू करने के लिए जीएमडीए की ओर से करीब छह से सात बैंकों से संपर्क साधा गया है। बसें आने के बाद टिकट मैनेजमेंट को हाईटेक बनाया जाएगा।