अब जीएसटी को लेकर उद्यमियों को नहीं होना पड़ेगा परेशान
माइक्रो स्मॉल एंड मीडियम एंटरप्राइजेज (एमएसएमई) को गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स (जीएसटी) से संबंधित किसी भी प्रकार की परेशानी से बचाने के लिए केंद्रीय अप्रत्यक्ष कर एवं सीमा शुल्क बोर्ड (सीबीआइसी) द्वारा देश के विभिन्न राज्यों के
यशलोक ¨सह, गुरुग्राम
माइक्रो स्मॉल एंड मीडियम एंटरप्राइजेज (एमएसएमई) को गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स (जीएसटी) से संबंधित किसी भी प्रकार की परेशानी से बचाने के लिए केंद्रीय अप्रत्यक्ष कर एवं सीमा शुल्क बोर्ड (सीबीआइसी) द्वारा देश के विभिन्न राज्यों के 80 जिलों में हेल्प डेस्क स्थापित की जाएगी। इसमें से चार जीएसटी हेल्प डेस्क हरियाणा के गुरुग्राम, फरीदाबाद, सोनीपत एवं पानीपत तथा गुरुग्राम का हेल्फ डेस्क देश के सबसे बड़े आटोमोबाइल हब मानेसर में होगा।
जब से जीएसटी लागू हुई है तब से उद्यमियों खासकर एमएसएमई को काफी दिक्कत आ रही थी। एक्सपोर्टरों को सबसे अधिक परेशानी जीएसटी रिफंड को लेकर हो रही है। गुरुग्राम के 40 फीसद से अधिक निर्यातकों को जीएसटी रिफंड अभी तक नहीं मिला है। गुरुग्राम स्थित एक गारमेंट एक्सपोर्ट कंपनी के महाप्रबंधक सत्येंद्र ¨सह का कहना है कि जीएसटी लागू होने से पहले निर्यातकों को आसानी से रिफंड मिल जाता था मगर इसके लागू होने के बाद यह दुश्वार हो गया था।
इस जीएसटी हेल्प डेस्क के जरिए उद्यमियों को जीएसटी रिफंड, जीएसटी पंजीकरण एवं ई-वे बिल से जुड़ी समस्याओं का समाधान किया जाएगा। जीएसटी के बारे में जागरूकता अभियान भी इस हेल्फ डेस्क के जरिए चलाया जाएगा। जीएसटी प्रावधानों में किसी भी प्रकार के नए बदलाव से उद्यमियों को जागरूक भी किया जाएगा।
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सीबीआइसी द्वारा जीएसटी हेल्प डेस्क स्थापित करने का जो निर्णय लिया गया है वह सराहनीय है। इससे एमएसएमई को काफी राहत मिलेगी। जीएसटी से जुड़ी सभी प्रकार की परेशानी दूर होगी। मानेसर में इस डेस्क के स्थापित होने से एमएसएमई हब गुरुग्राम के उद्यमी काफी लाभान्वित होंगे।
-एसके आहूजा, महासचिव, गुड़गांव चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री