चलती का नाम गाड़ी : पटाखा छोड़ती बुलेट दिल के मरीजों के लिए सबसे घातक
बुलेट मोटरसाइकिल के साइलेंसर में माडिफिकेशन करा कर पटाखा छोड़ने वाले युवक बेशक खुद को आनंदित महसूस करते हों पर उनका शौक दूसरों के लिए घातक साबित हो रहा है।
महावीर यादव, बादशाहपुर (गुरुग्राम)
बुलेट मोटरसाइकिल के साइलेंसर में माडिफिकेशन करा कर 'पटाखा' छोड़ने वाले युवक बेशक खुद को आनंदित महसूस करते हों, पर उनका शौक दूसरों के लिए घातक साबित हो रहा है। बुलेट मोटरसाइकिल के साइलेंसर से पटाखा (तेज आवाज) छोड़ा जाना दिल के मरीजों के लिए सबसे बड़ा खतरा है। इसके साथ ही इससे न केवल ध्वनि प्रदूषण हो रहा है, बल्कि आनलाइन कक्षा लेने वाले बच्चों की पढ़ाई भी प्रभावित हो रही है।
पुलिस भी ऐसे बुलेट प्रेमियों से कई बार परेशान हो जाती है। भीड़भाड़ वाले इलाके में जब बुलेट मोटरसाइकिल से इस तरह पटाखा छोड़ा जाता है। उसकी आवाज ऐसी लगती है जैसे कहीं गोली चली हो। कई बार ऐसी आवाज आने पर पुलिस को गोली चलने तक की सूचना कंट्रोल रूम को दी गई है। पटाखे की आवाज इतनी भयानक होती है कि इसको सुनते ही हर व्यक्ति को सदमा सा लगता है।
कैसे बजता है बुलेट मोटरसाइकिल से पटाखे: बुलेट मोटरसाइकिल में पटाखा की आवाज निकालने के लिए इसके साइलेंसर को माडिफाई कराया जाता है। साइलेंसर में शार्ट बोटल को हटाकर लांग बोटल सिस्टम लगाया जाता है। इसके साथ ही साइलेंसर में जो आवाज को कम करने के लिए जाली लगाई जाती है। उस जाली को भी हटा दिया जाता है। अगर साइलेंसर में कंपनी की तरफ से लगाई गई जाली लगी रहती है तो पटाखा नहीं बजता है। साइलेंसर को माडिफाई करने वाले एक कारीगर ने बताया की पटाखा छुड़ाने से मोटरसाइकिल के इंजन को बहुत नुकसान होता है, लेकिन जो युवा इस तरह पटाखा छुड़ाने की गलत आदत डाल लेते हैं। वे इंजन के नुकसान को या इससे होने वाले खर्चे को नहीं देखते हैं। साइलेंसर में माडिफिकेशन कराकर पटाखा छोड़ना लोगों की बेहुदापन की पराकाष्ठा है। इससे दिल के मरीज सबसे ज्यादा प्रभावित होते हैं। आम लोगों को भी गुस्सा आता है। बच्चों की आनलाइन कक्षा भी प्रभावित होती है। बच्चे भी इस तरह की पटाखे की आवाज आने से परेशान हो उठते हैं।
इतिशा पंवार तोमर, हरियाणवी कलाकार
बुलेट मोटरसाइकिल आजकल कई युवा केवल पटाखे छोड़ने के लिए ही खरीद रहे हैं। इसका प्रचलन काफी बढ़ गया है। समाज में इस तरह की हरकत करना किसी के लिए भी शोभा नहीं देता। इस तरह की हरकत करने वाले युवाओं को यही संदेश है की वे अपनी ना सही कम से कम दूसरे लोगों की तो थोड़ी चिता करें।
मनीष वजीराबाद, समाजसेवी
पुलिस चेकिग के दौरान मोटरसाइकिल के साइलेंसर में माडिफिकेशन कराने वालों के चालान भी कर रही है। इससे ध्वनि प्रदूषण भी बढ़ता है। ऐसी मोटरसाइकिल का रजिस्ट्रेशन रद करने का तो प्रविधान नहीं है। पर हां अगर लगातार कई बार चालान कट जाता है तो उसके ड्राइविग लाइसेंस को रद करने पर विचार किया जाएगा।
मनीषा शर्मा, एसडीएम, बादशाहपुर
यह देखने में आ रहा है कि बुलेट मोटरसाइकिल के साइलेंसर के माध्यम से पटाखा की आवाज निकालने का चलन कुछ ज्यादा ही बढ़ गया है। इसके लिए मैं व्यक्तिगत तौर पर इलाके में निरीक्षण करूंगा। अपने शौक के लिए दूसरों के स्वास्थ्य से खिलवाड़ करने वालों पर अंकुश लगाने के लिए स्पेशल ड्राइव चलाने की जरूरत है। वह चलाई जाएगी।
डीके भारद्वाज, पुलिस उपायुक्त (ट्रैफिक)