अंतर-जेल गायन प्रतियोगिता में भोंडसी की टीम रही अव्वल
अपराध की दुनिया में कदम रख जेल की सलाखों के पीछे आने वाले कैदियों को तनावमुक्त रखने के लिए जेल प्रशासन ने एक अच्छी पहल की है। जेल प्रशासन ने कैदियों के लिए गीत संगीत प्रतियोगिता का आयोजन किया।
संवाद सहयोगी, बादशाहपुर: अपराध की दुनिया में कदम रख जेल की सलाखों के पीछे आने वाले कैदियों को तनावमुक्त रखने के लिए जेल प्रशासन ने एक अच्छी पहल की है। जेल प्रशासन ने कैदियों के लिए गीत संगीत प्रतियोगिता का आयोजन किया। अंतर जेल गायन प्रतियोगिता में भोंडसी जेल की टीम ने प्रथम स्थान हासिल किया। कार्यक्रम का आयोजन भोंडसी जिला जेल में किया गया। मुख्य अतिथि पुलिस महानिदेशक (जेल) के. साल्वराज रहे।
के. साल्वराज ने भोंडसी जेल प्रशासन की सराहना करते हुए कहा कि कैदियों को अपराध की दुनिया छोड़ आमधारा में लाने के लिए यहां कई तरह के कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं। जेल प्रशासन का मुख्य उद्देश्य कैदियों को मुख्यधारा में लाने का है। पुलिस महानिदेशक ने कहा कि सभी जेलों में इस तरह के कार्यक्रम आयोजित किए जाने चाहिए ताकि कैदी अपने बुरे विचारों को छोड़कर अच्छाई का रास्ता अपना सकें।
अंतर-जेल गायन प्रतियोगिता में 60 कैदियों ने भाग लिया। इसमें कैदियों ने अपनी प्रतिभा को बेहतर तरीके से प्रस्तुत किया। कार्यक्रम में कैदियों ने सूफी, कव्वाली, लोकगीत, हरियाणवी रागिनी व पाश्चात्य संगीत में अपने कौशल का प्रदर्शन किया। भोंडसी जेल अधीक्षक जयकिशन छिल्लर ने बताया की इस कार्यक्रम को धुन प्रोजेक्ट का नाम दिया गया है। इस कार्यक्रम में भोंडसी जेल के कैदी प्रथम, अंबाला के दूसरे और रोहतक के तीसरे स्थान पर रहे। पुलिस महानिदेशक (जेल) ने विजेता टीमों को सम्मानित किया। इस अवसर पर पुलिस महानिदेशक के. साल्वराज के अलावा अंबाला जेल अधीक्षक लखबीर सिंह बराड़, रोहतक जेल अधीक्षक सुनील सांगवान, भोंडसी जेल के उपाधीक्षक मोहम्मद साजिद खान, कुलदीप सिंह, इंडिया विजन फाउंडेशन की निदेशक मोनिका धवन के अलावा भोंडसी जेल के सभी अधिकारी व कर्मचारी मौजूद रहे।