चलते-चलते लूट के लिए एटीएम चुनता था गिरोह
दिल्ली-एनसीआर से लेकर बिहार, झारखंड, राजस्थान एवं बंगाल में एटीएम चोरी के लिए कुख्यात गिरोह के चार सदस्यों को बृहस्पतिवार रात गांव हरसरू के नजदीक से गिरफ्तार किया गया। इनमें एक ने फाय¨रग करके भागने का प्रयास किया था लेकिन सफल नहीं हुआ। आरोपितों की पहचान नूंह जिले के गांव रिठठ निवासी सरफराज, गांव ¨सगार निवासी इसमुद्दीन, गांव बिसरू निवासी आजाद एवं राजस्थान के अलवर जिले के गांव हसनपुर निवासी इरफान के रूप में की गई। सरफराज ने फाय¨रग करके भागने का प्रयास किया था। सभी गैस कटर से एटीएम को काटकर उसमें से पैसे निकाल लेते थे। कई बार एटीएम ही उखाड़कर ले जाते थे।
जासं, गुरुग्राम: एटीएम चोरी करने वाला गिरोह चलते-चलते भी वारदात को अंजाम देता था। रात में कहीं भी जाने के दौरान जहां कहीं गार्ड नहीं दिखाई देता था, उस एटीएम को गैस कटर से काटकर ट्रक में डाल लेता था। यह बात एटीएम चोरी के आरोपितों से पूछताछ में सामने आई है। रिमांड की अवधि समाप्त होने के बाद सभी को न्यायिक हिरासत में भोंडसी जेल भेज दिया गया।
पिछले सप्ताह एसटीएफ गुरुग्राम की टीम ने गांव हरसरू के नजदीक से दिल्ली-एनसीआर से लेकर बिहार, झारखंड, राजस्थान एवं बंगाल में एटीएम चोरी के लिए कुख्यात गिरोह के चार सदस्यों नूंह जिले के गांव रिठठ निवासी सरफराज, गांव ¨सगार निवासी इसमुद्दीन, गांव बिसरू निवासी आजाद एवं राजस्थान के अलवर जिले के गांव हसनपुर निवासी इरफान को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की। तीन दिन की रिमांड के दौरान आरोपितों ने बताया कि उनका नेटवर्क देश के कई राज्यों में फैला हुआ है। गिरोह के सदस्य रेकी करके उन्हें सूचना देते थे। इसके बाद वे लोग वारदात को अंजाम देते थे।
एसटीएफ गुरुग्राम के प्रभारी डॉ. सुनील कुमार ने बताया कि पूछताछ में 30 वारदात की पूरी जानकारी सामने आ चुकी है। ये एक राज्य में वारदात को अंजाम देने के बाद दूसरे राज्य में चले जाते थे। जैसे बिहार में वारदात को अंजाम देने के बाद झारखंड या पश्चिम बंगाल में चले जाते थे। गिरोह में शामिल अन्य बदमाशों के बारे में काफी जानकारी हासिल हो चुकी है। जल्द ही कई गिरफ्त में होंगे।