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पेड़ों को राखी बांधकर बचाने का संकल्प लिया

बाल भवन पर ऑडिटोरियम निर्माण और अतुल कटारिया चौक पर अंडर पास के लिए काटे जाने वाले पेड़ों को बचाने वाले संगठनों की मुहिम रंग ला रही है। हालांकि बाल भवन में पिछले दिनों कई बड़े पेड़ काट दिए गए मगर आगे बचे हुए पेड़ों को बचाने में सेक्टर चार के लोग आगे आ रहे हैं। फोरवा अध्यक्ष धर्मसागर के नेतृत्व में बुजुर्गों ने शुक्रवार को बाल भवन में जाकर पेड़ों की स्थिति का जायजा लिया।

By JagranEdited By: Published: Fri, 03 Aug 2018 08:51 PM (IST)Updated: Fri, 03 Aug 2018 08:56 PM (IST)
पेड़ों को राखी बांधकर बचाने का संकल्प लिया
पेड़ों को राखी बांधकर बचाने का संकल्प लिया

जागरण संवाददाता, गुरुग्राम: बाल भवन पर ऑडिटोरियम निर्माण और अतुल कटारिया चौक पर अंडर पास के लिए काटे जाने वाले पेड़ों को बचाने वाले संगठनों की मुहिम रंग ला रही है। हालांकि बाल भवन में पिछले दिनों कई बड़े पेड़ काट दिए गए मगर आगे बचे हुए पेड़ों को बचाने में सेक्टर चार के लोग आगे आ रहे हैं। फोरवा अध्यक्ष धर्मसागर के नेतृत्व में बुजुर्गों ने शुक्रवार को बाल भवन में जाकर पेड़ों की स्थिति का जायजा लिया। इस संगठन ने बचे हुए पेड़ों को नहीं काटने देने का संकल्प लिया और पेड़ों को राखी बांधी। इस समूह में एम के बहल, केसी नागपाल, सुरेंद्र मेहता और गुरपाल शामिल थे। धर्मसागर ने कहा कि शीशम और नीम के बड़े पेड़ काटे गए हैं। सेक्टर के लोग भी पेड़ों के काटे जाने के खिलाफ हैं। हमलोग प्रशासन पर दबाव डालेंगे कि अब पेड़ नहीं काटे जाएं।

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हालांकि इस संबंध में नगर निगम के कार्यकारी अभियंता राव भोपाल ¨सह का कहना है कि ऑडिटोरियम की नींव के लिए 28 पेड़ों को बाल भवन में काटे जाने की अनुमति वन विभाग ने दी थी। उतने पेड़ काटे जा चुके हैं। अब बाल भवन में पेड़ नहीं काटे जाएंगे। बाल भवन की बाउंड्री और परिसर के दूसरे पेड़ों को काटे जाने की अनुमति वन विभाग की ओर से भी नहीं मिली और उन्हें काटा भी नहीं जाएगा।

दूसरी ओर वन मंत्री के पीए राजीव ¨सह के अनुसार अतुल कटारिया चौक पर 47 पेड़ों को काटे जाने की अनुमति दी गई थी मगर अब उसे घटाकर 22 कर दी गई है। अतुल कटारिया चौक पर एक्टिविस्ट मुहिम चलाकर वहां के प्रोजेक्ट में तब्दीली करा सकते हैं ताकि वहां अब वहां के प्रोजेक्ट को रोका जा सके। अतुल कटारिया चौक पर अंडर पास बनाए जाने की प्रक्रिया में करीब 600 पेड़ काटे जाने हैं। इसमें हुडा की नर्सरी में लगे बड़े पेड़ शामिल हैं। इनकी संख्या कम हो इसके लिए वन मंत्री राव नरबीर ने भी लोगों को आश्वासन दिया है।


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