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कृषि क्षेत्र के लिए मील का पत्थर साबित होगी एआइ

वर्तमान में केंद्र सरकार द्वारा कृषि क्षेत्र की ओर विशेष रूप से फोकस किया जा रहा है।

By JagranEdited By: Published: Tue, 27 Aug 2019 06:36 PM (IST)Updated: Tue, 27 Aug 2019 06:36 PM (IST)
कृषि क्षेत्र के लिए मील का पत्थर साबित होगी एआइ
कृषि क्षेत्र के लिए मील का पत्थर साबित होगी एआइ

यशलोक सिंह, गुरुग्राम

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वर्तमान में केंद्र सरकार द्वारा कृषि क्षेत्र की ओर विशेष रूप से फोकस किया जा रहा है। यही वजह है कि गुरुग्राम में नेशनल एसोसिएशन ऑफ सॉफ्टवेयर एंड सर्विसेज कंपनीज (नेस्कॉम) की दो दिवसीय एनुअल टेक्नोलॉजी कांफ्रेंस के दौरान कृषि क्षेत्र में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआइ) के महत्व पर मंथन किया गया। टेक्नोलॉजी क्षेत्र के दिग्गजों ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा किसानों के कल्याण को लेकर लगातार नए-नए कदम उठाए जा रहे हैं। 2022 तक किसानों की आय को दोगुनी करने के लक्ष्य को पूरा करने को लेकर अब खेती में आधुनिक तकनीक के इस्तेमाल पर जोर दिया जा रहा है। ऐसे में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस जैसी टेक्नोलॉजी के जरिए देश के किसानों की तकदीर और कृषि क्षेत्र की तस्वीर बदलने को लेकर काफी कुछ हो रहा है।

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस तकनीक किसानों के लिए मुनाफे की खेती साबित हो सकती है। इससे फसल की लागत घटेगी और किसानों की आय बढ़ेगी। कृषि वैज्ञानिकों के मुताबिक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस तकनीक फसलों को कीट से होने वाले नुकसान से बचाने में मददगार साबित होगी। इस टेक्नोलॉजी के जरिए मौसम की सटीक भविष्यवाणी हो सकेगी, जिसका फायदा किसान उठा सकते हैं। बीज, मिंट्टी, उर्वरक, कीटनाशकों एवं सिचाई के बारे में किसानों को पूर्व में ही सूचना प्राप्त हो जाएगी। एआइ के जरिए दो माह का पूर्वानुमान लगाया जा सकता है। हमारे रोजाना के जीवन में एआइ और रोबोटिक्स महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। एचपी के मैनेजिग डायरेक्टर सोम सतसंगी का कहना है कि टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में लगातार बदलाव हो रहा है। आर्थिक तौर से भी यह जीवन में दिन प्रतिदिन सुधार लाने का काम कर रही है।

आइबीएम रिसर्च की डायरेक्टर गार्गी दासगुप्ता ने कहा कि कृषि क्षेत्र में किसानों के हित में सुधार की दिशा में एआइ बड़ी भूमिका निभाने जा रहा है। आज 80 फीसद उद्यम एआइ डाटा की ओर कदम बढ़ा रहे हैं। क्या है आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस

जॉन मैकार्थी ने 1955 में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआइ) शब्द का इस्तेमाल किया था। इन्हें इसका जनक भी कहा जाता है। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का अर्थ है कृत्रिम तरीके से विकसित की गई बौद्धिक क्षमता। इसके जरिए कंप्यूटर सिस्टम या रोबोटिक सिस्टम तैयार किए जाते हैं, जो उन्हीं तर्कों के आधार पर चलता है जिसके आधार पर मानव मस्तिष्क काम करता है। इसकी सबसे बड़ी खूबी मनुष्यों की तरह सोचना व व्यवहार करना है। तथ्यों को समझ कर तर्क एवं विचारों पर अपनी प्रतिक्रिया देना।

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आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस हमारे जीवन के हर क्षेत्र में विशेष भूमिका निभा रहा है। आज कृषि क्षेत्र में इसकी भूमिका बढ़ती जा रही है। केंद्र सरकार द्वारा इस टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल कृषि क्षेत्र के लिए भी किया जा रहा है। किसानों की आमदनी, कृषि पैदावार व फसलों की गुणवत्ता को बढ़ाने में यह मील का पत्थर साबित होगी।

रजत श्रीवास्तव, आइटी एक्सपर्ट

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यह समय टेक्नोलॉजी का है। इसका योगदान सिर्फ उद्योगों की शुरुआत तक ही सीमित नहीं है बल्कि कारोबार के विस्तार की ²ष्टि से भी इसका बड़ा महत्व है। हर क्षेत्र की प्रगति के लिए इसकी जरूरत होती है। ऑर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के महत्व को लेकर नेस्कॉम के एनुअल टेक्नोलॉजी कांफ्रेंस में काफी बातें हुईं।

-अमित सेठी, टेक्नोलॉजी विशेषज्ञ


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