आंधी-बारिश से चरमराई बिजली व्यवस्था
साइबर सिटी में रविवार की सुबह चार बजे आंधी के साथ शुरू हुई तेज बारिश से जहां लोगों को कुछ देर के लिए भीषण गर्मी से राहत दी वहीं बिजली व्यवस्था चरमरा गई।
जागरण संवाददाता, गुरुग्राम: सावन की शुरुआत से एक दिन पहले रविवार तड़के चार बजे आंधी के साथ शुरू हुई तेज बारिश से जहां लोगों को कुछ देर के लिए भीषण गर्मी से राहत मिली, वहीं बिजली व्यवस्था चरमरा गई। पुराने शहर में कुछ स्थानों पर आंधी की वजह से कुछ पेड़ भी गिर गए। कई क्षेत्रों में बिजली घंटों गुल रहने से लोगों को भारी परेशानी हुई। बिजली कटौती की वजह से कई स्थानों पर जलापूर्ति नहीं हो पाई, जिससे लोगों को पानी के टैंकर मंगाने पड़े। रविवार को जिले में सर्वाधिक फरुखनगर क्षेत्र में 48 एमएम बारिश हुई।
गुरुग्राम में 28 एमएम, वजीराबाद में 30 एमएम, सोहना में 43 एमएम, मानेसर में 15 एमएम व पटौदी में 25 एमएम बारिश हुई। यदि पूरे जिले की बात करें तो औसतन 31.5 एमएम बारिश दर्ज की गई है। शहर में विभिन्न स्थानों पर बारिश के बाद सड़कों पर पानी भर गया। आइडीसी, उद्योग विहार, सेक्टर-37, झाड़सा सहित शहर के अन्य स्थानों पर काफी देर तक पानी भरा रहा।
सेक्टर-39 निवासी विकास कौशिक का कहना है कि शनिवार की रात को उसम भरी गर्मी से काफी परेशानी हो रही थी। वहीं बार-बार लाइट जाने से दिक्कत काफी बढ़ गई थी। सुबह लगभग चार बजे शुरू हुई आंधी-बारिश ने कुछ देर के लिए उमस भरी गर्मी से राहत दी। उन्होंने बताया कि इस क्षेत्र में लगभग 30 मिनट तक बारिश हुई।
पटेल नगर निवासी राजवीर का कहना है कि यहां लगभग 15 मिनट ही तेज बारिश हुई। मौसम कुछ ठंड होना शुरू हुआ तभी बिजली गुल हो गई, जिससे घर में रहना दुश्वार हो गया। बिजली निगम द्वारा प्रदान किए गए नंबरों पर बार-बार फोन किया गया मगर किसी ने नहीं उठाया। एक घंटे बाद लाइट आई लेकिन पांच मिनट के अंदर ही चली गई। अघोषित बिजली कटौती का खेल काफी दे तक चलता रहा।
झाड़सा निवासी गीता ठाकरान का कहना है कि सुबह बारिश के बाद लगभग चार घंटे तक बिजली गुल रही। भीम नगर निवासियों ने कहा कि शहर का पावर इंफ्रास्ट्रक्चर काफी कमजोर है जो बारिश और हवा के चलने से बेपटरी हो जाता है।