एआइएसएस-2018: साइबर सिक्योरिटी के आधार को मजबूत करने पर दिया गया बल
दिल्ली-गुरुग्राम बॉर्डर स्थित होटल लीला में बृहस्पतिवार को एनुअल इन्फार्मेशन सिक्योरिटी समिट-201
जागरण संवाददाता, गुरुग्राम: दिल्ली-गुरुग्राम बॉर्डर स्थित होटल लीला में बृहस्पतिवार को एनुअल इन्फार्मेशन सिक्योरिटी समिट-2018 (एआइएसएस) का समापन हो गया। इसका आयोजन डाटा सिक्योरिटी काउंसिल ऑफ इंडिया (डीएससीआइ) व नेशनल एसोसिएशन ऑफ सॉफ्टवेयर एंड सर्विसेज कंपनीज (नेस्कॉम) द्वारा किया गया। इस समिट को 150 से अधिक साइबर विशेषज्ञों एवं टेक्नोलॉजी विशेषज्ञों ने संबोधित किया। समिट के दो दिनों तक साइबर सिक्योरिटी क्षेत्र के टेक्नोलॉजी विशेषज्ञों ने इससे जुड़ी चुनौतियों एवं अवसरों पर चर्चा की। सभी ने साइबर सिक्योरिटी के आधार का मजबूत करने पर बल दिया। सरकार से लेकर निजी क्षेत्र को सुझाव दिया गया कि वह अपने यहां साइबर सुरक्षा की दीवार को मजबूती प्रदान करें। यह समय की मांग है।
इस मौके पर इनफोसिस के सीआइएसओ विशाल सॉल्वी ने साइबर क्राइम के बारे में चर्चा की। उन्होंने कहा कि टेक्नोलॉजी इंफ्रास्ट्रक्चर के साथ इनकी सुरक्षा के आधार को भी मजबूत करने की जरूरत है। समिट में देश ही नहीं दुनिया के कई देशों के 800 से अधिक प्रतिनिधियों भी मौजूद रहे। समिट के दौरान कुल 80 सेशन का आयोजन किया गया। इन सभी सेशन में साइबर सिक्योरिटी के परिप्रेक्ष्य में नई टेक्नोलॉजी को परखा गया। दुनिया भर में साइबर सुरक्षा को लेकर क्या-क्या प्रयास किए जा रहे हैं, क्या नई बातें निकल के आ रही हैं इन सभी को एक दूसरे से साझा की गई।
टेक माइक्रो इंडिया के सीनियर कंसल्टेंट साइबर सिक्योरिटी अंकुर पटियाल ने कहा कि आज लोगों के पास टेक्नोलॉजी है पर उसके रख-रखाव के लिए दक्ष लोग नहीं हैं। टेक्नोलॉजी की दुनिया में निवेश करने वालों इसकी सुरक्षा पर भी बराबर ध्यान देना होगा। खतरे को पहचानने, इनसे निपटने और हैकरों से दो कदम आगे रहने की जरूरत है। समिट के समापन मौके पर लकी ड्रा भी निकाले गए। विजेताओं को पुरस्कृत भी किया गया। नेशनल साइबर सिक्योरिटी विजन को लेकर हुए सेमिनार में राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े मुद्दों पर भी चर्चा हुई।