शहर के दस सबसे ज्यादा प्रदूषित स्थानों पर लगेंगे एयर प्यूरिफायर
शहर के आठ से दस सर्वाधिक प्रदूषित स्थानों पर 65 वेयू (विड आग्मेंटेड एयर प्योरिफिकेशन यूनिट) एयर प्योरिफायर स्थापित किए जाएंगे। ये प्योरिफायर हवा में मौजूद जहरीली गैसों को कार्बनडाइआक्साइड में तब्दील कर प्रदूषण को घटाने में मदद करेंगे।
जागरण संवाददाता, गुरुग्राम: शहर के आठ से दस सर्वाधिक प्रदूषित स्थानों पर 65 वेयू (विड आग्मेंटेड एयर प्यूरिफिकेशन यूनिट) एयर प्यूरिफायर स्थापित किए जाएंगे। ये प्योरिफायर हवा में मौजूद जहरीली गैसों को कार्बनडाइआक्साइड में तब्दील कर प्रदूषण को घटाने में मदद करेंगे। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने बुधवार को गुरुग्राम में प्रोजेक्ट एयर केयर का शुभारंभ डिजिटल माध्यम से किया। प्रोजेक्ट एयर केयर जीएमडीए एवं जीएसके कंज्यूमर हेल्थकेयर के बीच एक पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप प्रोजेक्ट है, जिसके तहत 65 अत्याधुनिक वेयू एयर प्यूरिफायर यूनिट गुरुग्राम में सबसे प्रदूषित वाले स्थानों पर लगाई जाएंगी।
यह यूनिट 500 वर्गमीटर तक के क्षेत्र को शुद्ध हवा प्रदान कर सकती है। ये यूनिट जीएमडीए कार्यालय, इफको चौक, सिकंदरपुर मेट्रो स्टेशन, राजीव चौक, साइबर सिटी, हुडा सिटी सेंटर व जेनपैक्ट चौक सहित कई जगहों पर लगाई जाएगी। इस मौके पर मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि गुरुग्राम में हवा के प्रदूषण का बढ़ता स्तर हम सभी के लिए गंभीर चिता का विषय है। एयर प्यूरिफायर लगने के बाद प्रदूषण में कमी आने की उम्मीद है। प्रदूषण घटाना हर किसी की जिम्मेदारी है और हमें परिवर्तन लाने के लिए एकजुट होकर काम करना होगा।
ऐसे काम करती है यूनिट
विड आग्मेंटेशन एयर प्यूरिफिकेशन यूनिट (वेयू) का डिजाइन नीरी एवं आइआइटी (मुंबई) ने किया है। यह प्रदूषण के कणों जैसे पीएम 2.5 और पीएम 10 कणों, कार्बन मोनोआक्साइड एवं घुलनशील कार्बनिक पदार्थों को एक फिल्टर द्वारा कार्बनडाइआक्साईड में बदलता है। इसके निर्माताओं का दावा है कि यह ट्रैफिक वाले स्थानों पर पीएम 10 कणों में 60 से 70 फीसद, पीएम 2.5 कणों में 30 से 40 फीसद की कमी ला सकता है।