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आइटी-बीपीओ के बाद कॉलसेंटर भी चले वर्क फ्रॉम होम की राह

कोरोना वायरस महामारी के मद्देनजर साइबर सिटी का आइटी-बीपीओ सेक्टर काफी सतर्क हो गया है।

By JagranEdited By: Published: Wed, 25 Mar 2020 06:40 PM (IST)Updated: Wed, 25 Mar 2020 06:40 PM (IST)
आइटी-बीपीओ के बाद कॉलसेंटर भी चले वर्क फ्रॉम होम की राह
आइटी-बीपीओ के बाद कॉलसेंटर भी चले वर्क फ्रॉम होम की राह

यशलोक सिंह, गुरुग्राम

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कोरोना वायरस महामारी के मद्देनजर साइबर सिटी का आइटी-बीपीओ सेक्टर काफी सतर्क हो गया है। अब शहर स्थित इन कंपनियों के प्रबंधन द्वारा अपने सभी कर्मचारियों को घर से काम करने के लिए बोल दिया गया है। यहां तक कि क्रिटिकल सर्विस से संबंधित काम को भी घर से करने की व्यवस्था कर दी गई है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन की घोषणा से पहले 70 से 75 फीसद कर्मचारियों को ही वर्क फ्रॉम होम दिया गया था। आइटी कंपनियों के अधिकारियों का कहना है कि सोशल डिस्टेंसिग को लेकर वह काफी सजग हैं। यही कारण है कि सभी को घर से काम करने की सुविधा दे दी गई है। सिर्फ आइटी-बीपीओ कंपनियां ही नहीं इंटरनेशनल एवं डोमेस्टिक कॉल सेंटरों ने भी अपने यहां काम करने वालों को वर्क फ्रॉम होम दे दिया है। इनके व्यक्तिगत सेल फोन पर कॉल के राउटिग की सुविधा प्रदान की गई है। यह सेल फोन पर ही लॉग ऑन कर इनबाउंड कॉल रिसीब कर सकते हैं साथ ही आउटगोइंग कॉल भी कर सकते हैं। हालांकि आउटगोइंग कॉल की सेवा सीमित है।

साइबर सिटी स्थित आइटी-बीपीओ और टेलीकॉम कंपनियों ने पिछले कई दिनों से अपने कर्मचारियों को वर्क फ्रॉम होम की सुविधा दी गई थी, मगर मंगलवार को प्रधानमंत्री के संबोधन के बाद इन कंपनियों द्वारा अपने यहां शतप्रतिशत काम को वर्क फ्रॉम होम कर दिया गया है। आइटी कंपनियों द्वारा तो इस प्रकार का कदम उठा लिया गया है। उद्योग विहार स्थित एक आइटी कंपनी के बड़े अधिकारी का कहना है कि सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट जैसे काम को भी घर से ही करने की छूट दे दी गई है। इस काम में लगे पेशेवर एक दूसरे के साथ सोर्स कोर्ट साझा कर अपना काम कर रहे हैं। आइटी कंपनियों द्वारा जहां भी जरूरी है वहां वीडियो कांफ्रेंसिग से काम चलाया जा रहा है। एक आइटी कंपनी के प्रेसिडेंट का कहना है कि विदेश यात्रा प्रतिबंधित होने के बाद वीडियो कांफ्रेंसिग एक सशक्त माध्यम बन कर उभरा है। आने वाले समय में जब स्थिति सामान्य हो जाएगी तो वीडियो कांफ्रेंसिग का सहारा लिया जाएगा। जहां तक हो सकेगा विदेश यात्राओं में कटौती की जाएगी। इससे कंपनी के खर्च में कमी आएगी।

आइटी क्षेत्र के विशेषज्ञ सचिन गुप्ता का कहना है कि कोरोना वायरस एक वैश्विक आपदा है। यही कारण है कि कोई भी आइटी-बीपीओ कंपनी अपने कर्मचारियों की जान जोखिम में डाले बिना ही अपने काम को वरीयता दे रही हैं।

गुरुग्राम में लगभग 500 इंटरनेशनल कॉल सेंटर हैं। इन सभी की लंबे समय से मंशा थी कि वह रिमोट एजेंट के जरिए काम करें। मगर इस दिशा में उन्हें सफलता नहीं मिल रही थी। जो काम वह पिछले कई वर्ष से नही कर पा रहे थे उसे कोरोना वायरस संकट ने करवा दिया । इससे कॉल सेंटर के क्षेत्र में टेक्नोलॉजी के नए युग की शुरुआत हुई है। जिससे इस सेक्टर को भविष्य में भारी फायदा होगा। आइटी-बीपीओ कंपनियों द्वारा कोरोना वायरस संकट के मद्देनजर पेशेवरों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए शतप्रतिशत वर्क फ्रॉम होम की व्यवस्था कर दी है। यहां तक कि कॉलसेंटर और टेलीकॉम कंपनियों द्वारा भी इसी प्रकार की व्यवस्था की गई है। आइटी, बीपीओ, कॉल सेंटर एवं टेलीकॉम कंपनियां लॉकडाउन की अवधि के अंतिम दिन 14 अप्रैल के बाद भी जारी रहने पर भी वर्क फ्रॉम होम की योजना तैयार कर चुकी हैं। -प्रदीप यादव, प्रेसिडेंट, हाइटेक इंडिया, हरियाणा।


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