चेक बाउंस मामले में आरोपित की मौत, स्वजन ने पुलिस पर जड़ा हत्या का आरोप
जिला अदालत के आदेश पर निजी अस्पताल के दो डाक्टरों के खिलाफ एक महिला के आपरेशन के दौरान लापरवाही बरतने का मामला सेक्टर-14 थाना पुलिस ने दर्ज किया है।
जागरण संवाददाता, गुरुग्राम: चेक बाउंस मामले में आरोपित 42 वर्षीय संजय कुमार ने बुधवार को दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। शव का पोस्टमार्टम शुक्रवार सुबह कराया जाएगा। पोस्टमार्टम रिपोर्ट से साफ होगा कि आखिर किस वजह से संजय की तबीयत अचानक खराब हो गई थी। मामले में पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर प्रदेश के गृह मंत्री अनिल विज के पास स्वजन ने शिकायत भेजी है।
स्वजन के मुताबिक 15 जनवरी को सादे लिबास में दो लोग पहुंचे थे। वे अपने आपको बिजली कर्मी बता रहे थे। दोनों ने कहा कि उन्हें संजय से पूछताछ करनी है। इसके बाद वे संजय को अपनी गाड़ी में बैठाकर ले गए। दो-तीन घंटे के बाद घर फोन करके जानकारी दी गई कि संजय की तबीयत काफी खराब हो गई है। इस वजह से जिला नागरिक अस्पताल में भर्ती कराया गया है। सूचना मिलते ही मां चंद्रावती और अन्य रिश्तेदार अस्पताल पहुंचे और वहां से लाकर एक निजी अस्पताल में भर्ती करा दिया। हालत बिगड़ने पर 18 जनवरी को दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में भर्ती करा दिया गया, जहां इलाज के दौरान बुधवार को उन्होंने दम तोड़ दिया।
रिश्तेदार प्रिस कुमार का कहना है कि घर पर सादे लिबास में पुलिसकर्मी ही आए थे, इसलिए उनके खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर कार्रवाई की जानी चाहिए। दरअसल, तीन साल पहले संजय कुमार ने पड़ोसी कमल से 20 हजार रुपये लिए थे। इसके बदले चेक दिया था। जब चेक लगाया तो वह बाउंस हो गया। इस वजह से अदालत ने संजय को भगोड़ा घोषित कर दिया था। हालांकि रिश्तेदार प्रिस का कहना है कि 20 हजार रुपये के बदले एक लाख रुपये संजय की मां कमल को दे चुकी हैं। यह बात काफी लोगों को पता है। कमल के पास चेक पड़ा हुआ है। यह किसी के ध्यान में नहीं था।