फरुखनगर-वजीरपुर चौराहा बन गया है हादसों का चौराहा
फरुखनगर-वजीरपुर रोड पर चार गांवों का चौराहा होने के चलते तथा डिवाइडर व स्पीड ब्रेकर नहीं होने से आए दिन हादसे हो रहे हैं।
संवाद सहयोगी, फरुखनगर: फरुखनगर-वजीरपुर रोड पर चार गांवों का चौराहा होने के चलते तथा डिवाइडर व स्पीड ब्रेकर नहीं होने से आए दिन हादसे हो रहे हैं। यहां से पातली-हाजीपुर व सैदपुर-खेटावास के लिए भी सड़क निकली है। चारों ओर से वाहन आने तथा सुरक्षा के इंतजाम नहीं होने से हादसे हो रहे हैं।
बुधवार को दो आटो आमने-सामने से लड़ गए, जिससे पांच यात्रियों को चोट लगी। इससे पहले भी कई हादसे हो चुके हैं। पैदल सड़क पार करते समय कई लोग हादसे का शिकार हो चुके हैं। लोगों की मांग है कि स्पीड ब्रेकर बनाने के साथ-साथ संकेतक बोर्ड लगाए जाएं।
फरुखनगर-वजीरपुर रोड पर हर समय वाहनों का आवागमन रहता है। इस चौक पर एक तरफ पातली-हाजीपुर व दूसरी तरफ सैदपुर-खेटावास गांव की तरफ जाता है। इस चौक पर यातायात का दबाव लगातार बढ़ रहा है। चौराहे से प्रतिदिन 25 से 30 हजार वाहन प्रतिदिन गुजरते हैं, जिनको नियंत्रित करने के लिए यहां विशेष प्रबंध किए जाने की आवश्यकता है। यातायात पुलिसकर्मी भी यहां नजर नहीं आते हैं। चौक पर वाहनों का आवागमन लगातार बना रहता है। इस चौक पर हादसे रोकने के लिए विशेष व्यवस्था की दरकार है। चौक पर ना कोई पुलिसकर्मी तैनात रहता है, और ना डिवाइडर बनाए गए हैं।
राजबीर, निवासी सैदपुर इस चौक पर दोनों तरफ ब्रेकर बनाए जाने चाहिए ताकि तेज गति से आने वाले वाहन धीमे हो सकें और गांव की तरफ से आने वाले वाहनों को रोड पर चढ़ते वक्त किसी हादसे का शिकार न होना पड़े।
कृष्ण शर्मा, निवासी पातली चौक पर वाहन चालक काफी तेज गति से आते हैं। यहां हादसों की रोकथाम के लिए ब्रेकर बनाने की आवश्यकता है। इसी को लेकर पीडब्ल्यूडी विभाग को ब्रेकर बनाने की मांग कर रहे है।
सुनील यादव, निवासी खेटावास
चौराहे के चारों तरफ सड़क पर स्पीड ब्रेकर बनाए जाने चाहिए। संकेतक भी लगें, जिससे वाहन चालक को पता चले कि यह दुर्घटना संभावित जगह है। ऐसा होने पर हादसों में कमी आएगी। पुलिस कर्मी भी तैनात होने चाहिए।
सोनू