लगाते ही खराब हुईं 600 स्ट्रीट लाइट, निजी एजेंसी को नोटिस
प्रदेश सरकार की जगमग योजना के तहत करोड़ों रुपये खर्च कर शहर को जगमग करने के लिए लगाई गईं स्ट्रीट लाइट कुछ ही दिनों में खराब हो गई जिसके चलते मुख्य चौराहों से लेकर सभी सड़कों पर अंधेरा रहता है।
संवाद सहयोगी, सोहना
प्रदेश सरकार की जगमग योजना के तहत करोड़ों रुपये खर्च कर शहर को जगमग करने के लिए लगाई गईं स्ट्रीट लाइट कुछ ही दिनों में खराब हो गई, जिसके चलते मुख्य चौराहों से लेकर सभी सड़कों पर अंधेरा रहता है। नगर परिषद के सचिव ने लाइट लगाने वाली तीन एजेंसी संचालकों को नोटिस दिया है। उन्हें दो दिन के अंदर स्ट्रीट लाइट बदलने या फिर उन्हें ठीक करने के निर्देश दिए गए हैं।
नप की ओर से टेंडर जारी करते वक्त यह शर्त रखी गई थी कि लाइट लगाने के पांच साल बाद तक उनके रखरखाव की जिम्मेदारी एजेंसी संचालक की होगी, लेकिन इस शर्त पर वह खरे नहीं उतर रहे हैं। नोटिस पाने के बाद एजेंसी के अधिकारी लाइट सही कराने में लग गए हैं। इन्हें मिला था ठेका
नगर परिषद ने शहर में स्ट्रीट लाइट लगाने के लिए शहर को तीन जोन में बांट रखा है। एमएम इंजीनियरिग एसोसिएट्स, भारत पंप प्रोसेस तथा भारद्वाज इलेक्ट्रिकल को अपने-अपने जोन में ठेका दिया था। सभी एजेंसी की ओर से शहर में कुल 600 स्ट्रीट लाइट लगाई गई थीं। कुछ लाइट तो लगते ही खराब हो गई वहीं कुछ एक दो माह बाद ठप हो गई। शर्त के मुताबिक लाइट तुरंत बदलने की जिम्मेदारी एजेंसी की है।
शहरवासियों का कहना है कि रात को शहर के मेन चौराहों पर अंधेरा होने की वजह से चोरी की वारदात बढ़ रही थीं। इसकी नप के अधिकारियों को शिकायत दी थी लेकिन उनकी ओर से कोई कार्रवाई नहीं की कई जिसके बाद विधायक संजय सिंह को लोगों ने शिकायत दी तो अधिकारी हरकत में आए। नगर परिषद के अधिकारियों को दीपावली से पहले खराब स्ट्रीट लाइटें ठीक कराने के आदेश दे दिए गए हैं। अगर ठेकेदार लापरवाही बरतते हैं तो उनके खिलाफ कार्रवाई होगी।
- संजय सिंह, विधायक सोहना क्षेत्र स्ट्रीट लाइटों का तीन एजेंसियों को पांच साल के लिए ठेका दिया गया है। तीनों एजेंसियों के मालिकों को कारण बताओ नोटिस भेजा था इसके बाद एजेंसी मालिकों ने सुध ली है। दीपावली से पहले शहर की सभी खराब पड़ी स्ट्रीट लाइटें ठीक करा दी जाएंगी।
- संदीप मलिक, कार्यकारी अधिकारी, नगर परिषद