बढ़ते डीजल के दाम से ट्रांसपोर्टर परेशान
साइबर सिटी के ट्रांसपोर्टरों का कहना है कि लगातार बढ़ते डीजल के दाम के कारण उन्हें काफी नुकसान उठाना पड़ रहा है। कोविड-19 की दस्तक के बाद से ही यह क्षेत्र समस्याओं से ग्रस्त है।
जागरण संवाददाता, गुरुग्राम: साइबर सिटी के ट्रांसपोर्टरों का कहना है कि लगातार बढ़ते डीजल के दाम के कारण उन्हें काफी नुकसान उठाना पड़ रहा है। कोविड-19 की दस्तक के बाद से ही यह क्षेत्र समस्याओं से ग्रस्त है। पहले लाकडाउन ने अब डीजल के दाम ने परेशानी खड़ी कर दी है। रविवार को गुरुग्राम में इसका रेट 96.73 तक पहुंच गया है। इसे देखकर ऐसा लगाता है कि यह आने वाले कुछ दिन में शतक लगा देगा। इसके बढ़ते दाम के मुताबिक उद्यमियों और कारोबारियों की ओर से माल ढुलाई का भाड़ा नहीं बढ़ाया जा रहा है। ऐसे में आर्थिक रूप से ट्रांसपोर्ट जगत को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है। अब तो हालात ऐसे हो गए हैं कि अपना खर्चा निकालना भी मुश्किल हो गया है।
ट्रांसपोर्टरों का कहना है कि अगस्त और सितंबर में औद्योगिक इकाइयों के संचालकों से माल भाड़ा बढ़वाया था। इसके बाद से अब तक कई बार डीजल के रेट बढ़ गए हैं। इससे पहले बढ़ा भाड़ा भी उनकी उनकी समस्या को कम करने वाला साबित नहीं हो रहा है। उद्योगों की स्थिति भी ऐसी नहीं है कि वह लगातार माल भाड़े को तेल के दाम में वृद्धि के अनुसार माल भाड़ा बढ़ा सकें। ट्रांसपार्टर विमल वर्मा का कहना है कि गाड़ियों की ईएमआइ, ड्राइवर और अन्य कर्मचारियों का खर्चा भी निकालना भी अत्यधिक दुश्वार हो गया है। ट्रांसपोर्टरों का यह भी कहना है कि उन्होंने तो लंबे रूट के कुछ आर्डर लेना भी बंद कर दिया है।
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पिछले सात दिन में डीजल का रेट एक नजर में
दिन-दाम
18 अक्टूबर 94.96
19 अक्टूबर 95.03
20 अक्टूबर 95.66
21 अक्टूबर-96.02
22 अक्टूबर-96.37
23 अक्टूबर-96.52
24 अक्टूबर-96.73
(डीजल के रेट रुपये प्रति लीटर) जिस प्रकार से डीजल के दाम बढ़ रहे हैं उससे ट्रांसपोर्टरों से लेकर उद्यमियों, कारोबारियों और आमजन के लिए भारी परेशानी खड़ी हो गई है। मेरी सरकार से मांग है कि डीजल के दाम को नियंत्रित करने को लेकर जल्द से जल्द ठोस कदम उठाए जाएं।
एचएस शर्मा, अध्यक्ष, गुड़गांव ट्रांसपोर्ट वेलफेयर एसोसिएशन