अदालत परिसर में बिना जांच के हो रहा प्रवेश
जिला अदालत परिसर में बिना किसी जांच के कोई भी प्रवेश कर सकता है। पुलिसकर्मी गेट पर होते हैं लेकिन सक्रिय नहीं होते। किसी से पूछताछ तक नहीं करते।
जागरण संवाददाता, गुरुग्राम: जिला अदालत परिसर में बिना किसी जांच के कोई भी प्रवेश कर सकता है। पुलिसकर्मी गेट पर होते हैं लेकिन सक्रिय नहीं होते। किसी से पूछताछ तक नहीं करते। ऐसे में दिल्ली जैसा कांड गुरुग्राम अदालत परिसर में भी कभी भी हो सकता है क्योंकि कई कुख्यात गैंगस्टरों के मामले अदालत में लंबित हैं। सुनवाई के लिए वो यहां आते रहते हैं।
लगभग 10 साल पहले गुरुग्राम अदालत परिसर में भी पेशी पर आए बदमाशों पर फायरिग की घटना हुई थी। उसके बाद सुरक्षा व्यवस्था मजबूत कर दी गई थी। सभी गेट पर पुलिसकर्मी तैनात हैं। जब कहीं वारदात होती है वे कुछ समय तक सक्रियता दिखाते हैं। फिर आराम की मुद्रा में दिखाई देते हैं। अधिवक्ताओं से पूछताछ करने की बात दूर आम लोगों से भी पूछताछ नहीं करते हैं। कोई बैग में क्या लेकर आ रहा, इसकी भी पड़ताल नहीं करते। यह हाल तब है जब गैंगस्टर कौशल एवं सूबे गुर्जर सहित कई कुख्यात गैंगस्टर पेशी पर आते रहते हैं। कई कुख्यात गैंगस्टरों की आपस में काफी गहरी रंजिश है। उनके गुर्गे मौका मिलते ही एक-दूसरे को निशाना बनाते रहते हैं। ऐसे में मेटल डिटेक्टर की सुविधा सभी गेट पर अनिवार्य होनी चाहिए, लेकिन नहीं है। जिला अदालत परिसर में सुरक्षा के नाम खानापूर्ति की जा रही है। सभी गेट पर मेटल डिटेक्टर से जांच होनी चाहिए। एक भी व्यक्ति बिना जांच के अंदर नहीं आना चाहिए। दिल्ली जैसी वारदात न हो, इसके लिए सुरक्षा के ऊपर गंभीरता से ध्यान देना होगा।
-अभय सिंह दायमा, अध्यक्ष, जिला बार एसोसिएशन, गुरुग्राम जिला अदालत परिसर के सभी गेट पर पुलिसकर्मी तैनात हैं। यदि वे सक्रिय नहीं हैं तो इस बारे में जानकारी हासिल की जाएगी। जहां तक सुरक्षा व्यवस्था की मजबूती का सवाल है तो इसमें सभी सहयोग देना होगा। अधिवक्ता हो या आम आदमी सभी सुरक्षा जांच में सहयोग दें।
-प्रीतपाल, सहायक पुलिस आयुक्त (क्राइम), गुरुग्राम