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मार्च 2023 तक बन जाएगा दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे

जागरण संवाददाता गुरुग्राम दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे देश का सबसे लंबा एक्सप्रेस-वे होगा। इसका निम

By JagranEdited By: Published: Thu, 16 Sep 2021 06:41 PM (IST)Updated: Thu, 16 Sep 2021 06:41 PM (IST)
मार्च 2023 तक बन जाएगा दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे
मार्च 2023 तक बन जाएगा दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे

जागरण संवाददाता, गुरुग्राम : दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे देश का सबसे लंबा एक्सप्रेस-वे होगा। इसका निर्माण मार्च 2023 तक पूरा हो जाएगा। हरियाणा से राजस्थान के दौसा तक का भाग मार्च 2022 तक पूरा होगा। तय समय पर न केवल निर्माण कार्य पूरा हो, बल्कि बेहतर तरीके से काम हो, इसके लिए केंद्रीय भूतल सड़क परिवहन व राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने बृहस्पतिवार को एक्सप्रेस-वे का निरीक्षण किया। हरियाणा इलाके में सोहना के नजदीक निरीक्षण के दौरान उनके साथ प्रदेश के मुख्यमंत्री मनोहर लाल, स्थानीय सांसद व केंद्रीय सांख्यिकी एवं कार्यक्रम क्रियान्वयन राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) राव इंद्रजीत सिंह के साथ ही सोहना के विधायक संजय सिंह भी उपस्थित थे। गडकरी ने सड़क मार्ग से नौ किलोमीटर तक के हिस्से का निरीक्षण किया। आगे के हिस्से का हेलीकाप्टर से निरीक्षण किया।

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निरीक्षण के दौरान गांव लोहटकी में भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआइ) की ओर से पूरे प्रोजेक्ट के बारे में प्रोजेक्टर के माध्यम से जानकारी दी गई। एक्सप्रेस-वे के निर्माण की शुरुआत नौ मार्च, 2019 को आधारशिला रखने के साथ हुई थी। 1,380 किलोमीटर में से 1,200 किलोमीटर से अधिक के लिए टेंडर जारी किए जा चुके हैं। इस पर करीब 95 हजार करोड़ रुपये की लागत आएगी। यह आठ लेन का एक्सेस कंट्रोल ग्रीन फील्ड एक्सप्रेस-वे बनाया जा रहा है।

नितिन गडकरी ने कहा कि एक्सप्रेस-वे की लगभग 160 किलोमीटर लंबाई हरियाणा में पड़ती है। इसमें से 130 किलोमीटर लंबाई के एक्सप्रेस-वे के निर्माण के लिए काम अलाट किया जा चुका है। हरियाणा में यह गुरुग्राम, पलवल एवं नूंह जिलों से गुजरेगा। हरियाणा में पड़ने वाले हिस्से में छह स्थानों पर वे-साइड सुविधाओं पर जोर दिया जाएगा। इनमें यात्रियों के लिए सुविधाएं, जैसे- रिसार्ट, रेस्टोरेंट, डोरमैट्री, अस्पताल, फूड कोर्ट, फ्यूल स्टेशन आदि के अलावा ट्रकों की पार्किग व गैराज आदि की सुविधा होगी। लाजिस्टिक पार्क भी होंगे। घायलों के लाने के लिए एयर-एंबुलेंस की भी व्यवस्था होगी।

मुख्यमंत्री मनोहर लाल द्वारा रखी गई सभी मांगों को मंजूर करते हुए केंद्रीय मंत्री गडकरी ने कहा कि दिल्ली-जयपुर हाईवे पर गांव बिलासपुर, मानेसर एवं कापड़ीवास सहित तीन परियोजनाओं को स्वीकृत किया जा चुका है। इन पर लगभग 250 करोड़ रुपये खर्च होंगे। पलवल-अलीगढ़ राष्ट्रीय राजमार्ग और ईस्टर्न पेरिफेरियल एक्सप्रेस-वे (ईपीई-वे) पर इंटरचेंज बनाने के कार्य को भी स्वीकृति दी जा चुकी है। इस मांग को केंद्रीय मंत्री के सामने रखते हुए मुख्यमंत्री ने कहा था कि इंटरचेंज जब तक नहीं बनेगा, तब तक एक मार्ग से दूसरे मार्ग का उपयोग करने वालों को कठिनाई होगी। जेवर हवाई अड्डे के साथ फरीदाबाद को जोड़ने के लिए रखी गई मुख्यमंत्री की मांग को भी केंद्रीय मंत्री ने मंजूरी दे दी।

मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि हरियाणा ही नहीं, बल्कि पूरे देश में हाईवे का तेजी से जाल बिछ रहा है। उन्होंने नितिन गडकरी की प्रशंसा करते हुए कहा कि जब भी उनके सामने मांगें रखीं, उसी समय उन्होंने मंजूरी दे दी। केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह ने कहा कि नितिन गडकरी देश में हाईवे के फादर हैं। एक अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा था कि उनका देश इसलिए विकसित है, क्योंकि सड़कें अच्छी हैं। इस लिहाज से नितिन गडकरी द्वारा देश को समृद्ध बनाने की नींव रखी जा रही है।

छह घंटे में दिल्ली से कटरा पहुंचेंगे : केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि उनका प्रयास है कि देश के किसी भी कोने में पहुंचने में कम-से-कम समय लगे। इसी दिशा में प्रयास किए जा रहे हैं। दिल्ली से कटरा पहुंचने में छह घंटे, दिल्ली से अमृतसर चार घंटे, दिल्ली से हरिद्वार दो घंटे एवं दिल्ली से मेरठ 40 मिनट में लोग कार से पहुंच सकें, इस दिशा में तेजी से प्रयास किए जा रहे हैं। काफी हद तक कार्य पूरे हो चुके हैं।


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