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Delhi Mumbai Expressway: मार्च 2023 तक पूरा होगा दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे का निर्माण, जानिए इसकी खासियत

एक्सप्रेस-वे की शुरुआत नौ मार्च 2019 को आधारशिला रखने के साथ हुई थी। 1380 किलोमीटर में से 1200 किलोमीटर से अधिक के लिए टेंडर जारी किए जा चुके हैं। लगभग 95 हजार करोड़ रुपये की लागत आएगी। यह आठ लेन का एक्सेस कंट्रोल ग्रीन फील्ड एक्सप्रेस-वे बनाया जा रहा है।

By Prateek KumarEdited By: Published: Thu, 16 Sep 2021 04:46 PM (IST)Updated: Thu, 16 Sep 2021 04:46 PM (IST)
Delhi Mumbai Expressway: मार्च 2023 तक पूरा होगा दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे का निर्माण, जानिए इसकी खासियत
हरियाणा से राजस्थान के दौसा तक का भाग मार्च 2022 तक पूरा होगा।

गुरुग्राम [आदित्य राज]। देश का सबसे लंबा एक्सप्रेस-वे होगा दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे। इसका निर्माण मार्च 2023 तक पूरा हो जाएगा। हरियाणा से राजस्थान के दौसा तक का भाग मार्च 2022 तक पूरा होगा। निर्धारित समय पर न केवल निर्माण कार्य पूरा हो बल्कि बेहतर तरीके से काम हो, इसके लिए केंद्रीय भूतल सड़क परिवहन व राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने बृहस्पतिवार को एक्सप्रेस-वे का निरीक्षण किया। हरियाणा इलाके में सोहना के नजदीक निरीक्षण के दौरान उनके साथ प्रदेश के मुख्यमंत्री मनोहर लाल, स्थानीय सांसद व केंद्रीय सांख्यिकी एवं कार्यक्रम क्रियान्वयन राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) राव इंद्रजीत सिंह के साथ ही सोहना के विधायक संजय सिंह भी उपस्थित थे। गडकरी ने सड़क मार्ग से नौ किलोमीटर तक के हिस्से का निरीक्षण किया। आगे के हिस्से का हेलीकाप्टर से निरीक्षण किया।

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रात नौ मार्च 2019 में रखी गई थी आधारशिला

निरीक्षण करने के दौरान गांव लोहटकी में भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआइ) की ओर से पूरे प्रोजेक्ट के बारे में प्रोजेक्टर के माध्यम से जानकारी दी गई। एक्सप्रेस-वे की शुरुआत नौ मार्च, 2019 को आधारशिला रखने के साथ हुई थी। 1380 किलोमीटर में से 1200 किलोमीटर से अधिक के लिए टेंडर जारी किए जा चुके हैं। लगभग 95 हजार करोड़ रुपये की लागत आएगी। यह आठ लेन का एक्सेस कंट्रोल ग्रीन फील्ड एक्सप्रेस-वे बनाया जा रहा है। भविष्य में चार लेन और जोड़कर इसे 12 लेन तक का किया जा सकता है। एक्सप्रेस वे पर 21 मीटर चौड़ाई की मीडियन बनाई जा रही है, जिसे भविष्य में घटाकर एक्सप्रेस-वे को चौड़ा किया जा सकेगा।

सीएम की मांग को केंद्रीय मंत्री ने मानी

मुख्यमंत्री मनोहर लाल द्वारा रखी गई सभी मांगों को मंजूर करते हुए केंद्रीय मंत्री गडकरी ने कहा कि दिल्ली-जयपुर हाईवे पर गांव बिलासपुर, मानेसर एवं कापड़ीवास सहित तीन परियोजनाओं को स्वीकृत किया जा चुका है। इनके ऊपर लगभग 250 करोड़ रुपये खर्च होंगे। पलवल-अलीगढ़ राष्ट्रीय राजमार्ग और ईस्टर्न पेरिफेरियल एक्सप्रेस हाईवे (केजीपी) पर इंटरचेंज बनाने के कार्य को भी स्वीकृति दी जा चुकी है। इस मांग को केंद्रीय मंत्री के सामने रखते हुए मुख्यमंत्री ने कहा था कि इंटरचेंज जब तक नही बनेगा तब तक एक मार्ग से दूसरे मार्ग का उपयोग करने वाले लोगों को कठिनाई आएगी। जेवर हवाई अड्डे के साथ फरीदाबाद को जोड़ने के लिए रखी गई मुख्यमंत्री की मांग को भी केंद्रीय मंत्री ने मंजूरी दे दी। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि हरियाणा ही नहीं बल्कि पूरे देश में हाईवे का तेजी से जाल बिछ रहा है। उन्होंने नितिन गडकरी की प्रशंसा करते हुए कहा कि जब भी उनके सामने मांंगें रखीं, उसी समय उन्होंने मंजूरी प्रदान कर दी। केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह ने कहा कि नितिन गडकरी देश में हाईवे के फादर हैं। एक अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा था कि उनका देश इसलिए विकसित है क्योंकि सड़कें अच्छी हैं। इस लिहाज से नितिन गडकरी द्वारा देश को समृद्ध बनाने की नींव रखी जा रही है।


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