छह महीने में या कि डेढ़ साल में हटेगा टोल प्लाजा?
ट्रैफिक जाम का प्रतीक बन चुका खेड़कीदौला टोल प्लाजा कब हटेगा? इसे लेकर असमंजस की स्थिति बन गई है। गत महीने मानेसर में आयोजित एक कार्यक्रम में मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने छह महीने के भीतर खेड़कीदौला से टोल प्लाजा हटाए जाने की घोषणा की थी
आदित्य राज, गुरुग्राम
ट्रैफिक जाम का प्रतीक बन चुका खेड़कीदौला टोल प्लाजा कब हटेगा? इसे लेकर असमंजस की स्थिति बन गई है। गत महीने मानेसर में आयोजित एक कार्यक्रम में मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने छह महीने के भीतर खेड़कीदौला से टोल प्लाजा हटाए जाने की घोषणा की थी, जबकि केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने बृहस्पतिवार को नई दिल्ली में प्रेस कांफ्रेंस में इसे अगले साल 15 अगस्त तक हटाए जाने की घोषणा की है। ऐसे में हर वर्ग असमंजस में है कि आखिर खेड़कीदौला से जाम का झंझट कब हटेगा? इस बारे में भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के परियोजना निदेशक शशिभूषण का कहना है कि यह उच्च स्तर का मामला है, उनका बोलना उचित नहीं होगा।
दिल्ली-गुरुग्राम एक्सप्रेस-वे के खेड़कीदौला टोल प्लाजा को हटाने की मांग वर्षों से चल रही है। सभी लेन में फास्टैग सिस्टम लागू होने के बाद से मांग तेज हो गई है क्योंकि पीक आवर के दौरान यानी सुबह लगभग आठ बजे से दोपहर 11 बजे तक एवं शाम लगभग पांच बजे से रात आठ बजे तक टोल प्लाजा पर ट्रैफिक का दबाव पहले की तरह ही दिखाई देता है। कई बार एक से डेढ़ किलोमीटर तक वाहनों की लाइनें लग जाती हैं। इसके पीछे मुख्य कारण यह है कि वाहनों के हिसाब से टोल प्लाजा में लेन नहीं हैं। प्रतिदिन औसतन 75 से 80 हजार वाहन निकलते हैं। इसके लिए लेनों की संख्या 35 से 40 के बीच में होनी चाहिए थी लेकिन केवल 25 है। इनमें से भी दोनों तरफ एक-एक लेन टोल के दायरे से बाहर वाले वाहनों के लिए है। बता दें कि खेड़कीदौला टोल प्लाजा को हटाकर पचगांव इलाके में दिल्ली-जयपुर हाईवे पर स्थानांतरित करने की योजना दो साल से कागजों में ही दौड़ रही है। मानेसर ही नहीं बल्कि गुरुग्राम का विकास भी टोल प्लाजा की वजह से प्रभावित हो रहा है। जितनी जल्द हो इसे हटाया जाए। विकास के रास्ते में सबसे बड़ी बाधा बन चुका है।
-योगेश मुंजाल, सीएमडी, मुंजाल शोवा ग्रुप टोल प्लाजा हटाने के बाद ही मानेसर इलाके में विकास की गति तेज होगी। आज स्थिति यह है कि गुरुग्राम से मानेसर की तरफ जाने से पहले दस बार सोचना पड़ता है।
- ईश्वर सिंह, सीईओ, हरियाणा इंडस्ट्रीज
. सरकार जल्द से जल्द टोल प्लाजा से निजात दिलाए। यह पूरे गुरुग्राम के विकास में बाधा बना हुआ है। सभी लेन में फास्टैग लागू होने के बाद भी जाम की समस्या जस की तस है।
-पवन यादव, अध्यक्ष, आइएमटी इंडस्ट्रियल एसोसिएशन
खेड़कीदौला टोल प्लाजा से कई राज्यों में जाने वाले वाहन निकलते हैं। सभी परेशान हैं। जितनी जल्द हो इसे हटा दिया जाए। जब तक यह नहीं हटेगा तब तक गुरुग्राम का विकास तेज नहीं होगा।
-रोहित सिंह तोमर, सचिव, कार कैरियर एसोसिएशन आफ इंडिया