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ईज आफ लिविग: रहने लायक है गुरुग्राम, प्रयास होंगे तो और बेहतर बनेगा शहर

केंद्र सरकार की ओर से जारी की गई रहने के लिहाज से सबसे सुगम शहरों की सूची में गुरुग्राम को आठवां स्थान मिला है। सरकार के इस ईज आफ लिविग (जीवन सुगमता) सूचकांक में गुरुग्राम को यह रैंकिग दस लाख से कम आबादी वाले शहरों की श्रेणी में मिली है।

By JagranEdited By: Published: Thu, 04 Mar 2021 09:26 PM (IST)Updated: Thu, 04 Mar 2021 09:31 PM (IST)
ईज आफ लिविग: रहने लायक है गुरुग्राम, प्रयास होंगे तो और बेहतर बनेगा शहर
ईज आफ लिविग: रहने लायक है गुरुग्राम, प्रयास होंगे तो और बेहतर बनेगा शहर

जागरण संवाददाता, गुरुग्राम: केंद्र सरकार की ओर से जारी की गई रहने के लिहाज से सबसे सुगम शहरों की सूची में गुरुग्राम को आठवां स्थान मिला है। सरकार के इस ईज आफ लिविग (जीवन सुगमता) सूचकांक में गुरुग्राम को यह रैंकिग दस लाख से कम आबादी वाले शहरों की श्रेणी में मिली है।

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आइटी का हब होने के कारण साइबर सिटी के नाम से प्रसिद्ध गुरुग्राम में पिछले डेढ़ दशक से काफी कुछ बदला है। आबादी बढ़ने के साथ ही सुविधाओं की भी जरूरत बढ़ी है। अगर मूलभूत सुविधाओं में इजाफा कर तकनीकी पर जोर दिया जाए तो शहर स्मार्ट बनने के साथ ही ईज आफ लिविग रैंकिग में नंबर वन का तमगा भी हासिल हो सकता है।

रैंकिग के लिए ये मानक हैं निर्धारित

रैंकिग देने से पहले शहरों में सड़क, सीवर, बिजली, पेयजल और ट्रांसपोर्ट आदि सुविधाओं का सर्वे किया जाता है। गुरुग्राम में ये सुविधाएं पहले से बेहतर हुई हैं, लेकिन अभी और ज्यादा सुधार की जरूरत है। आइटी व उद्योग का हब होने के कारण यहां की स्थानीय आबादी से ज्यादा दूसरे राज्यों के लोग रहते हैं। बढ़ती आबादी के लिहाज से सुविधाएं भी ज्यादा देने की जरूरत है। प्रदूषण है सबसे बड़ी समस्या

साइबर सिटी में प्रदूषण सबसे बड़ी समस्या है। यहां पर हवा की गुणवत्ता कभी भी सामान्य नहीं रहती है। प्रदूषण के कारण सांस के मरीजों, बुजुर्गों और बच्चों के साथ-साथ युवाओं को भी काफी परेशानी होती है। ऐसे में लोग प्रदूषित शहरों में रहना कम पसंद करते हैं। अगर शहर की स्वच्छता और प्रदूषण को कम करने के लिए हरियाली बढ़ाने पर जोर दिया जाए तो सुगम शहरों की सूची में रैंकिग नंबर वन हो सकती है। गुरुग्राम सर्दी के दिनों में स्माग के कारण गैस चैंबर बन जाता है। गुरुग्राम में बृहस्पतिवार शाम को प्रदूषण का स्तर 236 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर (पीएम 2.5) रहा। इसका मतलब ये है कि गुरुग्राम की हवा सामान्य से कई गुना ज्यादा जहरीली है। रोजाना शहर में प्रदूषण की लगभग यही स्थिति है। - ईज आफ लिविग में गुरुग्राम को आठवां स्थान मिला है। ये अच्छी स्थिति है और इसको और ज्यादा बेहतर बनाने का प्रयास किया जाएगा।

धीरज कुमार, संयुक्त आयुक्त (स्वच्छ भारत मिशन) नगर निगम गुरुग्राम। -गुरुग्राम नगर निगम द्वारा शहर के नागरिकों को मूलभूत सुविधाएं दी जा रही हैं। शहर के बाशिदों को किसी तरह की कोई परेशानी न आए, इसके लिए उनके बीच जाकर भी समस्या का समाधान किया जाता है। ईज आफ लिविग की रैंकिग में शहर को नंबर वन बनाने का प्रयास किया जाएगा।

मधु आजाद, मेयर गुरुग्राम


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