Move to Jagran APP

अभिभावकों का आरोप फीस न देने पर आनलाइन परीक्षा देने से रोका

स्कूल और अभिभावकों की फीस की खींचतान बच्चों की पढ़ाई पर असर डाल रही है। इसके उदाहरण कई दिनों से लगातार देखने को मिल रहे हैं। सेक्टर 46 स्थित मानव रचना इंटरनेशनल स्कूल प्रबंधन और अभिभावकों के बीच शिक्षा विभाग ने भी समाधान निकलवाने की कोशिश की लेकिन मंगलवार की घटना के बाद लगता नहीं है कि कोई हल निकल सका है।

By JagranEdited By: Published: Tue, 02 Mar 2021 07:27 PM (IST)Updated: Tue, 02 Mar 2021 07:27 PM (IST)
अभिभावकों का आरोप फीस न देने पर आनलाइन परीक्षा देने से रोका
अभिभावकों का आरोप फीस न देने पर आनलाइन परीक्षा देने से रोका

जागरण संवाददाता, गुरुग्राम: स्कूल और अभिभावकों की फीस की खींचतान बच्चों की पढ़ाई पर असर डाल रही है। इसके उदाहरण कई दिनों से लगातार देखने को मिल रहे हैं। सेक्टर 46 स्थित मानव रचना इंटरनेशनल स्कूल प्रबंधन और अभिभावकों के बीच शिक्षा विभाग ने भी समाधान निकलवाने की कोशिश की लेकिन मंगलवार की घटना के बाद लगता नहीं है कि कोई हल निकल सका है। अभिभावकों ने आरोप लगाया है कि स्कूल फीस जमा करवाने की अंतिम तिथि पंद्रह फरवरी थी। किसी कारणवश फीस जमा नहीं कर सकते तो विद्यार्थी को आनलाइन परीक्षा के लिए लागइन तक नहीं करने दिया गया।

loksabha election banner

अभिभावक विकास मेहता ने बताया कि उनका परिवार पिछले पंद्रह दिनों से कोरोना से पीड़ित था ऐसे में वे फीस नहीं जमा करा सके। इस कारण उनकी बेटियों को परीक्षा का लागइन नहीं दिया गया। आनन-फानन में वे स्कूल गए तो वहां पर न तो कोई जिम्मेदार व्यक्ति बात करने के लिए नहीं आया। ऐसा कई अभिभावकों के साथ हुआ तो अभिभावकों ने प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री को ईमेल कर अपनी शिकायत दर्ज करवाई है।

स्कूल प्राचार्य धृति मल्होत्रा ने कहा कि मंगलवार को कोई परीक्षा नहीं थी ऐसे में अभिभावकों का यह आरोप गलत है कि विद्यार्थियों को परीक्षा देने से रोका गया है। उन्होंने कहा कि जिस किसी अभिभावक ने भी ट्यूशन फीस भर दी है, उनके बच्चों की पढ़ाई आराम से चल रही है। उनका कहना है कि अभिभावक स्कूल में पहुंचकर हंगामा करते हैं।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.