अभिभावकों का आरोप फीस न देने पर आनलाइन परीक्षा देने से रोका
स्कूल और अभिभावकों की फीस की खींचतान बच्चों की पढ़ाई पर असर डाल रही है। इसके उदाहरण कई दिनों से लगातार देखने को मिल रहे हैं। सेक्टर 46 स्थित मानव रचना इंटरनेशनल स्कूल प्रबंधन और अभिभावकों के बीच शिक्षा विभाग ने भी समाधान निकलवाने की कोशिश की लेकिन मंगलवार की घटना के बाद लगता नहीं है कि कोई हल निकल सका है।
जागरण संवाददाता, गुरुग्राम: स्कूल और अभिभावकों की फीस की खींचतान बच्चों की पढ़ाई पर असर डाल रही है। इसके उदाहरण कई दिनों से लगातार देखने को मिल रहे हैं। सेक्टर 46 स्थित मानव रचना इंटरनेशनल स्कूल प्रबंधन और अभिभावकों के बीच शिक्षा विभाग ने भी समाधान निकलवाने की कोशिश की लेकिन मंगलवार की घटना के बाद लगता नहीं है कि कोई हल निकल सका है। अभिभावकों ने आरोप लगाया है कि स्कूल फीस जमा करवाने की अंतिम तिथि पंद्रह फरवरी थी। किसी कारणवश फीस जमा नहीं कर सकते तो विद्यार्थी को आनलाइन परीक्षा के लिए लागइन तक नहीं करने दिया गया।
अभिभावक विकास मेहता ने बताया कि उनका परिवार पिछले पंद्रह दिनों से कोरोना से पीड़ित था ऐसे में वे फीस नहीं जमा करा सके। इस कारण उनकी बेटियों को परीक्षा का लागइन नहीं दिया गया। आनन-फानन में वे स्कूल गए तो वहां पर न तो कोई जिम्मेदार व्यक्ति बात करने के लिए नहीं आया। ऐसा कई अभिभावकों के साथ हुआ तो अभिभावकों ने प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री को ईमेल कर अपनी शिकायत दर्ज करवाई है।
स्कूल प्राचार्य धृति मल्होत्रा ने कहा कि मंगलवार को कोई परीक्षा नहीं थी ऐसे में अभिभावकों का यह आरोप गलत है कि विद्यार्थियों को परीक्षा देने से रोका गया है। उन्होंने कहा कि जिस किसी अभिभावक ने भी ट्यूशन फीस भर दी है, उनके बच्चों की पढ़ाई आराम से चल रही है। उनका कहना है कि अभिभावक स्कूल में पहुंचकर हंगामा करते हैं।