खेड़कीदौला टोल प्लाजा को हटाना ही जाम का समाधान
उद्योग जगत के लिए खेड़कीदौला टोल प्लाजा किसी नासूर से कम नहीं है। यही कारण है कि इसे हटाने की मांग इनके द्वारा पिछले कई साल से की जा रही है। इसके बावजूद इस मामले में किसी प्रकार की कोई प्रगति नहीं हुई है।
जागरण संवाददाता, गुरुग्राम: उद्योग जगत के लिए खेड़कीदौला टोल प्लाजा किसी नासूर से कम नहीं है। यही कारण है कि इसे हटाने की मांग इनके द्वारा पिछले कई साल से की जा रही है। इसके बावजूद इस मामले में किसी प्रकार की कोई प्रगति नहीं हुई है। विभिन्न औद्योगिक एसोसिएशनों के पदाधिकारियों द्वारा समय-समय पर केंद्र से लेकर प्रदेश सरकार से पत्र लिखकर टोल को हटाने की गुहार लगाई गई। वहां सिर्फ आश्वासनों के अलावा कुछ नहीं मिला। उद्यमियों का कहना है कि टोल पर जाम की समस्या के खात्मे के दावे के साथ लागू फास्टैग मुसीबत को और बढ़ाने वाला साबित हो रहा है।
उद्यमियों का कहना है कि खेड़कीदौला टोल प्लाजा के कारण औद्योगिक कर्मचारियों का आनाजाना और औद्योगिक माल की ढुलाई पर विपरीत प्रभाव पड़ रहा है। इनका कहना है कि अब तो मानेसर नगर निगम बन गया है। नियम के अनुसार निगम क्षेत्र में कोई टोल प्लाजा नहीं होना चाहिए। इसे देखते हुए इस टोल को तुरंत हटाने की दिशा में सरकार को पहल करनी चाहिए। मानेसर क्षेत्र के उद्यमी राजीव का कहना है कि यह टोल प्लाजा सिर्फ मानेसर वालों के लिए ही समस्या नहीं है। जिले अन्य औद्योगिक क्षेत्रों से भी लोगों और माल की आवाजाही होती है। इस कारण इसका नकारात्मक प्रभाव हर औद्योगिक क्षेत्र पर पड़ रहा है।
उद्योग जगत लंबे समय से खेड़कीदौला टोल प्लाजा को हटाने की मांग कर रहा है। इसके कारण औद्योगिक गतिशीलता प्रभावित हो रही है। उद्योगों ही नहीं आमजन को भी इससे काफी तकलीफ उठानी पड़ रही है। मुख्यमंत्री ने इसके छह माह में हटने की बात कही है।
जेएन मंगला, अध्यक्ष, गुड़गांव इंडस्ट्रियल एसोसिएशन खेड़कीदौला टोल प्लाजा को हटाने की बात पिछले कई साल से चल रही है, मगर इसे लेकर कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है। औद्योगिक माल ढुलाई से लेकर इस टोल प्लाजा से गुजरना काफी मुश्किल होता जा रहा है। जब से फास्टैग आया है तब से समस्या और भी गहरा गई है।
प्रवीण यादव, अध्यक्ष, गुड़गांव उद्योग एसोसिएशन
औद्योगिक हित के लिए खेड़कीदौला टोल प्लाजा का हटाया जाना बहुत जरूरी है। आए दिन यहां जाम लगता रहता है। इस पर किसी प्रकार का नियंत्रण नहीं लग पाया है। इसे हटाने का सिर्फ वादा ही अब तक किया जाता रहा है इस दिशा में अब ठोस प्रगति होनी चाहिए।
किशन कपूर, चेयरमैन, हरियाणा इंडस्ट्रियल एसोसिएशन
उम्मीद यह की जा रही थी कि फास्टैग व्यवस्था लागू होने के बाद जाम की समस्या खत्म होगी, मगर ऐसा न होकर यह समस्या और बढ़ गई है। इस टोल के कारण मानेसर क्षेत्र में औद्योगिक विकास प्रभावित हुआ है। यह टोल प्लाजा जल्द से जल्द हटना आवश्यक है।
हरीश वत्स, उद्यमी