साइबर सिटी में फिर फर्जी काल सेंटर का भंडाफोड़
साइबर सिटी के उद्योग विहार इलाके में संचालित एक और फर्जी काल सेंटर का भंडाफोड़ शुक्रवार देर रात सीएम फ्लाइंग स्क्वायड की गुरुग्राम टीम ने किया।
जागरण संवाददाता, गुरुग्राम : साइबर सिटी के उद्योग विहार इलाके में संचालित एक और फर्जी काल सेंटर का भंडाफोड़ शुक्रवार देर रात सीएम फ्लाइंग स्क्वायड की गुरुग्राम टीम ने किया। मौके से सेंटर के संचालक सहित तीन लोगों को काबू कर बाद में साइबर क्राइम थाना पुलिस के हवाले कर दिया गया। उनकी पहचान गुरुग्राम के सेक्टर-23 इलाके में किराये पर रह रहे मूल रूप से राजस्थान के झुंझनू जिले के गांव सियाही कला निवासी 21 वर्षीय सरजीत कुमार (शिक्षा : 12वीं), सेक्टर-23 इलाके में ही किराये पर रहने वाले मूल रूप से राजस्थान के डूंगरपुर में न्यू कालोनी निवासी 27 वर्षीय भूदेव लोहार (शिक्षा : एम.काम) एवं दिल्ली के मुनिरका इलाके में किराये पर रहने वाले मूल रूप से गुजरात के अहमदाबाद निवासी 32 वर्षीय कपिल देव पटेल (शिक्षा : 12वीं) के रूप में की गई। इनमें से सरजीत संचालक जबकि भूदेव मैनेजर है। कपिल देव पटेल फर्जी चेक बनाता था। आरोपितों के कब्जे से दो लैपटाप, एक हार्ड डिस्क, एक कलर प्रिटर, पांच मोबाइल, दो पैन ड्राइव सहित कई सामान कब्जे में ले लिए गए।
सीएम फ्लाइंग स्क्वायड की गुरुग्राम टीम के प्रभारी डीएसपी इंद्रजीत यादव को शुक्रवार रात सूचना मिली कि उद्योग विहार इलाके के प्लाट नंबर 345 में बनी एक इमारत की पांचवीं मंजिल पर फर्जी काल सेंटर चल रहा है। सूचना मिलते ही उन्होंने टीम बनाई और छापेमारी कर दी। मौके पर सूचना के मुताबिक ही काम चल रहा था। 30-35 कर्मचारी हेडफोन लगाकर अंग्रेजी भाषा में बात कर रहे थे। इसके बाद मौके पर मौजूद संचालक, मैनेजर एवं एक अन्य कर्मचारी से सेंटर से संबंधित जरूरी कागजात मांगे गए। आवश्यक कागजात नहीं उपलब्ध कराए जाने पर तीनों को काबू कर लिया गया। प्रारंभिक पूछताछ के मुताबिक तीनों आरोपित गणेशन इंफोटेक नामक से फर्जी काल सेंटर लगभग पांच महीने से चला रहे थे। ये लोन दिलाने के नाम पर अमेरिकी नागरिकों से ठगी करते थे। क्रेडिट कार्ड के माध्यम से गिफ्ट कार्ड मंगवा कर भी ठगी करते थे। लोगों को लोन पास का फर्जी चेक दिखाकर गिफ्ट कार्ड के माध्यम से 100 से 500 डालर तक वसूलते थे। जान-पहचान के व्यक्ति से मिला था आइडिया
पूछताछ के मुताबिक आरोपित लगभग पांच महीने पहले ही गुरुग्राम आए थे। इनके जान-पहचान के एक व्यक्ति ने ही काल सेंटर खोलने का आइडिया दिया था। उसने कहा था कि इसमें काफी कमाई है। आइडिया के मुताबिक काल सेंटर खोलकर वे अमेरिकी नागरिकों के साथ धोखाधड़ी करने लगे थे। बता दें कि पिछले कुछ सालों के दौरान 30 से अधिक फर्जी काल सेंटर पकड़े जा चुके हैं। कई आरोपित भी पकड़े जा चुके हैं लेकिन इसके बाद भी लगाम नहीं लग पा रही है। पूछताछ से साफ होगा कि कितने लोगों के साथ ठगी की गई। पैसे कितने खातों में जमा कराए गए। लोगों से अपील है कि वे फर्जी काल सेंटर चलाए जाने की सूचना दें। सूचना मिलते ही छापेमारी की जाएगी।
- इंद्रजीत यादव, डीएसपी, प्रभारी, सीएम फ्लाइंग स्क्वायड, गुरुग्राम गत वर्ष दिसंबर से अब तक पकड़े गए फर्जी काल सेंटर
- एक दिसंबर : सीएम फ्लाइंग स्क्वायड ने किया सेक्टर-28 इलाके में संचालित फर्जी काल सेंटर का भंडाफोड़
- आठ दिसंबर : सेक्टर-45 इलाके में गुरुग्राम पुलिस की साइबर क्राइम टीम ने फर्जी काल सेंटर का भंडाफोड़ किया
- नौ दिसंबर : सेक्टर-61 इलाके में छापेमारी कर सीएम फ्लाइंग स्क्वायड ने किया फर्जी काल सेंटर का भंडाफोड़
- 15 दिसंबर : सेक्टर-49 इलाके में सीएम फ्लाइंग स्क्वायड ने दो फर्जी काल सेंटरों का भंडाफोड़ किया
- 21 जनवरी : उद्योग विहार इलाके में चल रहे फर्जी काल सेंटर का साइबर क्राइम की टीम ने किया भंडाफोड़
- 11 फरवरी : सरस्वती विहार इलाके में संचालित फर्जी काल सेंटर का साइबर क्राइम थाना पुलिस ने किया भंडाफोड़