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वजीराबाद तहसील में रजिस्ट्री के लिए करना पड़ रहा है इंतजार

प्रदेश को सबसे अधिक राजस्व देने वाली गुरुग्राम की वजीराबाद तहसील में लोगों को रजिस्ट्री व अन्य कागजात के पंजीकरण के लिए 15-15 दिन तक इंतजार करना पड़ रहा है।

By JagranEdited By: Published: Wed, 20 Jan 2021 06:08 PM (IST)Updated: Wed, 20 Jan 2021 06:08 PM (IST)
वजीराबाद तहसील में रजिस्ट्री के लिए करना पड़ रहा है इंतजार
वजीराबाद तहसील में रजिस्ट्री के लिए करना पड़ रहा है इंतजार

संवाद सहयोगी, नया गुरुग्राम: प्रदेश को सबसे अधिक राजस्व देने वाली गुरुग्राम की वजीराबाद तहसील में लोगों को रजिस्ट्री व अन्य कागजात के पंजीकरण के लिए 15-15 दिन तक इंतजार करना पड़ रहा है। यदि टोकन लेने में कोई गलती हो जाती है तो यह इंतजार एक माह तक बढ़ जाता है। बीते महीनों में रजिस्ट्री व्यवस्था में हुए फेरबदल से कई प्रकार की परेशानियां पैदा हो गई हैं, लेकिन प्रशासनिक अधिकारी लोगों की समस्याओं की लगातार अनदेखी कर रहे हैं।

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वजीराबाद तहसील में आज सबसे बड़ी परेशानी टोकन की है। वर्तमान में दिन के 100 टोकन तय किए हुए हैं, जिसके जरिये लोग अपने कार्यो के लिए तहसील जाते हैं। रजिस्ट्री कराने वाले संपत्ति मालिकों की मानें तो वजीराबाद तहसील के क्षेत्र में गोल्फकोर्स रोड से सटी कई पॉश सोसायटी और लाइसेंस कालोनियां आती हैं। ऐसे में यहां 100 टोकन बहुत कम हैं। तहसील में कम से कम 150-200 टोकन का प्रावधान होना चाहिए।

इसी प्रकार एक बार टोकन कटने के बाद उसे रद करने का कोई प्रावधान नहीं है। यदि रद करने का प्रावधान हो तो कोई ओर भी उसका लाभ ले सकता है। वहीं टोकन लेने के बाद यदि कागजात में कोई परेशानी हो तो उसमें संशोधन करने का भी कोई प्रावधान नहीं है। लोगों को 15-15 दिन का इंतजार करना पड़ता है। 15 दिन के बाद फिर रद करके दोबारा टोकन लेते हैं और उसके बाद फिर 15 दिन का इंतजार। इसी समस्या के चलते किसी भी दिन 100 टोकन में से 60 से अधिक टोकन इस्तेमाल नहीं हो पाते। सबसे अधिक रजिस्ट्री होती है यहां

वजीराबाद तहसील में वित्त वर्ष 2019-20 में लगभग 20,200 कागजात पंजीकृत हुए है जिसमें संपत्ति रजिस्ट्री, लीज और ट्रांसफर डीड पंजीकरण शामिल है। इसी प्रकार मौजूदा वित्त वर्ष में कोविड जैसे हालात और रजिस्ट्री व्यवस्था में हुए फेरबदल के बाद भी अभी तक लगभग 7400 कागजात पंजीकृत हो चुके है। यह समस्याएं मेरे संज्ञान में आई हैं जिसको लेकर एनआइसी (तकनीकी विभाग) को पत्र लिख दिया गया है। प्रयास किया जा रहा है कि जल्द समस्याओं का समाधान हो।

राजेश, तहसीलदार,ख्वजीराबाद बिल्डर फ्लोर खरीदारों को रजिस्ट्री के लिए महीने-महीने इंतजार करना पड़ रहा है। टोकन व्यवस्थाओं में विभिन्न प्रकार की कमियां है जिनका तुरंत समाधान होना चाहिए।

रमेश सिगला, प्रधान, होम डेवलपर्स एवं प्लाट होल्डर एसोसिएशन वसीयतनामा एवं मुख्तारनामा (पावर आफ अटार्नी) पंजीकरण के लिए भी टोकन लेना होता है और 15-15 दिन का इंतजार करना पड़ता है। जबकि इससे पहले कभी भी इन कार्यो के लिए टोकन व्यवस्था नहीं होती थी। यह प्रावधान खत्म होना चाहिए।

राजबीर सिंह, एडवोकेट


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