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स्वतंत्रता के सारथी : असहायों की मदद को अपनाया इंसानियत का धर्म

जाति धर्म व संप्रादाय से बड़ा है मानवीया का धर्म। इसी धर्म को अपना कर शहर के रवि कालरा असहायों की मदद कर रहे हैं। उनका कहना है कि वे मदद जाति या धर्म देखकर नहीं करते।

By JagranEdited By: Published: Tue, 11 Aug 2020 05:56 PM (IST)Updated: Tue, 11 Aug 2020 06:56 PM (IST)
स्वतंत्रता के सारथी : असहायों की मदद को अपनाया इंसानियत का धर्म
स्वतंत्रता के सारथी : असहायों की मदद को अपनाया इंसानियत का धर्म

प्रियंका दुबे मेहता, गुरुग्राम

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जाति, धर्म व संप्रादाय से बड़ा है मानवीयता का धर्म। इसी धर्म को अपना कर शहर के रवि कालरा असहायों की मदद कर रहे हैं। उनका कहना है कि वे मदद जाति या धर्म देखकर नहीं करते। वे केवल एक धर्म मानते हैं जो सभी को समानता के सूत्र में बांधता है। पिछले बारह वर्षों से मानव सेवा में लगे रवि कालरा उन लोगों के मसीहा बन रहे हैं जो बीमार हैं, जिन्हें घरवालों ने छोड़ दिया है या फिर वे घरों से बिछड़ गए हैं। सड़कों से उठा करते हैं सहायता

जिन्हें सड़क पर देख अक्सर लोग मुह फेर लिया करते हैं, उन रोगियों, मानसिक परेशानी जूझ रहे लोगों को रवि सड़कों से उठाकर ले जाते हैं। उनकी सेवा के साथ उन्हें बेहतर जिदगी देना का प्रयास भी करते हैं। अपनी संस्था अर्थ सेवियर फाउंडेशन के तहत बने आश्रम में लोगों को शरण देते हैं। अब तक उन्होंने ऐसे पांच सौ लोगों की मदद की है। इसके अलावा अन्य लोगों के परिवारों को तलाश कर उन्हें उन तक पहुंचाया है। लोगों को मानवीयता के सूत्र में पिरोते हैं रवि

जो लोग रवि के साथ काम करते हैं वह भी किसी धर्म या जाति विशेष को न मानकर मानवीयता के धर्म को मानते हैं। यही कारण है कि यहां रह रहे लोगों को समान रूप से आदर, सम्मान और सहयोग दिया जाता है। हर त्योहार मनाया जाता है। उनका कहना है कि यहां लाए गए लोग एक दूसरे की सेवा और सम्मान करते हैं। यहां आकर लोग भी इन्हीं के रंगों में रंग जाते हैं। लोगों को एक दूसरे की सेवा में किसी प्रकार की घृणा भावना नहीं दिखती।

65 हजार लोगों की सेवा

रवि कालरा ने पिछले बारह वर्षो में देश भर के 65 हजार असहायों और बीमारों की मदद की है। उनका कहना है कि सभी अलग-अलग जाति धर्म के लोग हैं जो यहां आकर सभी धर्मों के हो जाते हैं। जिनके परिजन प्रयासों के बाद मिल जाते हैं, उन्हें ठीक करके उनके परिवारों को सुपुर्द कर दिया जाता है और जिन्हें लेने कोई नहीं आता उन्हें यहां आश्रम में ही रख लिया जाता है। कई लोग ठीक होकर अब रवि के काम में स्वेच्छा से उनका सहयोग भी कर रहे हैं। बिग बी ने भी की सराहना

सदी के महानायक अमिताभ बच्चन ने भी रवि के इस कार्य की सराहना की थी। उन्होंने एक टीवी रियलिटी शो में उन्हें बुलाकर सम्मानित किया और उन्हें सहयोग देने की पेशकश भी रखी थी। उन्होंने दर्शकों को बताया कि रवि की कहानी कितनी प्रेरणादायक है।


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