टीबी व एचआइवी के मरीज कोरोना से रहें ज्यादा सावधान
टीबी व एचआइवी एड्स ग्रस्त मरीजों को कोरोना वायरस से ज्यादा खतरा है।
जागरण संवाददाता, गुरुग्राम: टीबी व एचआइवी एड्स ग्रस्त मरीजों को कोरोना वायरस से ज्यादा सावधान रहने की जरूरत है। एक टीबी व एचआइवी ग्रस्त मरीज को कोरोना वायरस से स्वस्थ व्यक्ति के मुकाबले ज्यादा सावधान रहना होगा। क्योंकि इनके मरीजों की रोग प्रतिरोधक क्षमता (इम्युनिटी) पहले ही कमजोर हो चुकी होती है। अगर ऐसे में इन मरीजों को कोरोना वायरस अपनी गिरफ्त में लेता है तो बहुत ही घातक होगा।
टीबी मरीज पहले ही छाती-क्षय रोग से ग्रस्त है और ऐसे में उसे कोरोना वायरस अपनी गिरफ्त में ले लेता है तो उसकी जान को खतरा बढ़ जाएगा। टीबी रोग विशेषज्ञ डॉ. केशव शर्मा का कहना है कि ओपीडी लगातार चल रही है और मरीजों को दवा के साथ बचाव की ज्यादा जानकारी दी जा रही है। डॉ. केशव ने कहा कि टीबी व एचआइवी एड्स मरीज को घर से निकलना बंद कर देना होगा और किसी अन्य व्यक्ति के संपर्क में आने से बचना होगा, क्योंकि कोरोना वायरस उस व्यक्ति पर ज्यादा अटैक करेगा, जिस की रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर है।
मरीजों को अपनी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए विटामिन-सी मात्रा वाले फल व पौष्टिक भोजन के साथ दवा पर ध्यान लगातार देना होगा। डॉ. केशव ने कहा कि टीबी मरीज को 100 प्रतिशत इलाज है लेकिन उसे कुछ तक अपने को बचाना होगा। इसी तरह एक एचआइवी एड्स ग्रस्त मरीज भी दवा लेकर स्वस्थ रहता है। दोनों के मरीजों को ध्यान रखना है कि वह सरकार के अगले आदेशों तक किसी के संपर्क में ना आए।