हमारे योद्धा: कोरोना से बेखौफ होकर निभा रहे जिम्मेदारी
हर कोई डरा हुआ है लेकिन जिला स्वास्थ्य विभाग में कुछ ऐसे डॉक्टर हैं जो मरीजों के पास जाने व इलाज देने की जिम्मेदारी का बखूबी निभा रहे हैं।
अनिल भारद्वाज, गुरुग्राम
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना वायरस की महामारी से देशवासियों को बचाने के लिए उन्हें घरों में रहने की सलाह दी है। देश में लॉकडाउन हो रखा है। ऐसे में हर कोई डरा हुआ है लेकिन जिला स्वास्थ्य विभाग में कुछ ऐसे डॉक्टर हैं जो मरीजों के पास जाने व इलाज करने की जिम्मेदारी बखूबी निभा रहे हैं।
स्वास्थ्य विभाग के सीनियर मेडिकल आफिसर प्रदीप कुमार अस्पताल में ड्यूटी करने के साथ उन स्थानों पर भी जिम्मेदारी संभाल रहे हैं जहां अस्पताल के बाहर बनाए गए आइसोलेशन सेंटरों में विदेश से लाए गए लोगों को ठहराया जा रहा है। शहर में जहां पर स्वास्थ्य विभाग ने आइसोलेशन सेंटर बनाया हुआ है और उसमें विदेश से आने वाले भारतीयों को लाया जाता है तो डॉ. प्रदीप अपनी टीम के साथ काम पर लग जाते हैं। अधिकारियों का कहना है कि वह अस्पताल में बने मकान में रहते हैं लेकिन वह ऐसी आपदा के समय 24 घंटे सेवाएं देने पर तत्पर रहते हैं। प्रधान चिकित्सा अधिकारी डॉ. दीपा जाखड़ का कहना है कि अगर रात के समय अस्पताल में मरीजों को कोई परेशानी होती है तो डॉ. कुमार समाधान करने तुरंत अस्पताल पहुंच जाते हैं। इन दिनों शहर में एसजीटी मेडिकल कॉलेज में बने आइसोलेशन सेंटर में बार-बार विदेश से लाए जा रहे लोगों को ठहराया जा रहा है, वह उनकी जांच से लेकर दवा देने तक की जिम्मेदारी बखूबी निभा रहे हैं।
डॉ. प्रदीप का कहना है कि समस्या व इस तरह की आपदा रोज नहीं आती है और इस समय स्वास्थ्य विभाग के हर स्टाफ की जिम्मेदारी बनती है कि वह अपनी छुट्टी व परेशानी को भूलकर मरीजों के लिए काम करे। हमें कोरोना वायरस को हराना है। इसके लिए सभी को मिलकर काम करने की जरूरत है। लोगों को प्रधानमंत्री की बातों को गंभीरता से लेना होगा। क्योंकि यह बहुत घातक वायरस है और बचाव सबसे बेहतर उपाय है।