Move to Jagran APP

हरियाणवी संस्कृति की झलक दिखी जोधपुर के सरस मेले में

देसां में देश हरियाणा जित दूध दही का खानाहरियाणा के लिए प्रचलित इस लोकोक्ति को स्वयं सहायता समूह (एसएचजी) की महिलाओं ने जोधपुर सरस मेला में हरियाणवी भोजन परोस कर चरितार्थ कर दिया।

By JagranEdited By: Published: Mon, 17 Feb 2020 08:03 PM (IST)Updated: Mon, 17 Feb 2020 08:03 PM (IST)
हरियाणवी संस्कृति की झलक दिखी जोधपुर के सरस मेले में
हरियाणवी संस्कृति की झलक दिखी जोधपुर के सरस मेले में

महावीर यादव, बादशाहपुर

loksabha election banner

'देसां में देश हरियाणा, जित दूध दही का खाना' हरियाणा के लिए प्रचलित इस लोकोक्ति को स्वयं-सहायता समूह (एसएचजी) की महिलाओं ने जोधपुर सरस मेला में हरियाणवी भोजन परोस कर चरितार्थ कर दिया। राजस्थान के जोधपुर में 10 दिवसीय राष्ट्रीय स्तर के सरस मेला का आयोजन किया गया। इसमें सभी प्रांतों के दस्तकारों व हस्तशिल्पों ने भाग लिया। देशभर के लोगों को हरियाणवी भोजन का आनंद लेने के लिए गुरुग्राम के स्वयं सहायता समूह की 6 महिलाओं का चयन किया गया। राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत इन महिलाओं को मिशन के नोडल अधिकारी व अतिरिक्त उपायुक्त प्रशांत पंवार ने जिम्मेदारी सौंपी।

जोधपुर में राष्ट्रीय स्तर के सरस मेला के लिए गुरुग्राम के 6 एसएचजी का चयन किया गया, जिसमें 5 ग्रुपों ने हरियाणवी व्यंजन लोगों को परोसे तो, एक समूह ने देशी घी के लड्डू की स्टाल लगाकर अपने लड्डू बेचे। इसमें ताजनगर के पहल एसएचजी की पूनम शर्मा, खेड़की माजरा के प्रगति एसएसजी की सीमा त्यागी, ताजनगर के प्रजापति एसएचजी की रवि, सिमरन एसएचजी की उषा देवी और ताज नगर के भरोसा एचएसजी की अनीता को खाने की जिम्मेवारी सौंपी गई। इन महिलाओं ने हरियाणवी भोजन की थालियां तैयार की, जिसकी कीमत 100 रुपये से लेकर 200 रुपये तक रखी गई। हरियाणवी राबड़ी भी इस थाली में शामिल की गई। थाली में बाजरे की रोटी, सरसों का साग, बाजरे की खिचड़ी, दही और लाल मिर्च की चटनी रखी गई। इसके साथ ही दूध के साथ गुड भी वहां लोगों को परोसा गया।

-

राष्ट्रीय स्तर के मेले में खूब आनंद आया। हमें अपना सामान बेचने का मौका मिला। देश भर के लोगों को हरियाणवी खाने के साथ हमने हरियाणवी संस्कृति को भी वहां प्रस्तुत किया। लोगों ने छाछ व दही और चटनी के साथ बाजरे की रोटी का खूब आनंद लिया।

- पूनम, पहल ग्रुप, ताजनगर हम सबके लिए जोधपुर सरस मेला एक अच्छा अनुभव रहा। देशभर के लोग इसमें शामिल हुए। सभी की संस्कृति देखने का अवसर मिला। इसमें शामिल होने से आगे काम करने की प्रेरणा मिली।

- अनीता, भरोसा ग्रुप, ताजनगर राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत हमें अपने रोजगार को बढ़ाने के लिए जिला प्रशासन की तरफ से यह अवसर प्रदान किया गया। जोधपुर जाकर कई नई चीजें सीखने को मिली।

-- सीमा त्यागी, प्रगति ग्रुप, खेड़की माजरा देशभर के लोगों ने हरियाणवी खाने को खूब चाव से खाया। बाजरे की रोटी और खांटे का साग, लाल मिर्च की चटनी के साथ लोगों को खूब भाया।

- उषा देवी, सिमरन ग्रुप, मानेसर सरस मेला में पहले भी कई बार जाने का अवसर मिला। लेकिन इस बार सबसे अच्छा अनुभव रहा। जोधपुर मेला में हमें अपनी हरियाणवी संस्कृति को दिखाने का भी अवसर मिला।

-रवि, प्रजापति ग्रुप, ताजनगर राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत ग्रामीण क्षेत्र की महिलाएं अब अपनी आजीविका कमाने को आगे आ रही हैं। इन महिलाओं ने हौसला दिखाया तो जोधपुर सरस मेला में इनको हरियाणवी खाना परोसने का मौका मिला। इन से प्रेरणा पाकर दूसरी महिलाएं भी आगे आएंगी।

-दीप्ति ढींडसा, जिला प्रबंधक, राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.