लाइफस्टाइल: लौट आया समुद्री वस्तुओं से सजावट का दौर
दो दशक पहले की बात करें तो घरों में आमतौर पर समुद्री सीप मोतियों और पत्थरों की सजावट नजर आती थी।
प्रियंका दुबे मेहता, गुरुग्राम
दो दशक पहले की बात करें, तो घरों में आमतौर पर समुद्री सीप, मोतियों और पत्थरों की सजावट दिखती थी। बीते वर्षों में इसका ट्रेंड कुछ कम हुआ है। इसकी जगह प्लास्टिक के सजावटी सामानों ने ले ली थी। अब लोग एक बार फिर से दीर्घकालिक और प्राकृतिक चीजों की तरफ बढ़ने लगे हैं। इसी का नतीजा है कि इंटीरियर में यह ट्रेंड लौट रहा है। सीप के पर्दे
समुद्री कोलर, सीप व मोतियों के पर्दे याद हैं न। इनसे घरों की खूबसूरती में चार चांद लग जाते थे। अब वही पर्दे एक बार फिर से फैशन में आने वाले हैं। मोतियों, सीप, मोती, कौड़ियों व समुद्री लहरों से खूबसूरती से तराशे पत्थरों की मांग इंटीरियर इंडस्ट्री में बढ़ गई है। बकौल इंटीरियर डेकोरेटर शलभ पार्थ, हाल में आए कुछ सर्वे से पता चलता है कि वर्ष 2020 आते ही इनकी मांग करीब 40 प्रतिशत तक बढ़ गई है। इसका ट्रेंड इंटीरियर में फिर से आ रहा है। इन चीजों से बने पर्दों से लिविग रूम में पार्टीशन हो रहा है। समुद्री वेस्ट आर्ट
इन दिनों समुद्री वेस्ट और लहरों से आए ट्रैशेज से खूबसूरत कलात्मक पेंटिग्स भी बनाई जा रही हैं। इन पेंटिग्स को लिविग रूम से लेकर बेडरूम की दीवारों पर लगाया जा रहा है। इंटीरियर डिजाइनर हिना अबरॉल कहती हैं कि समुद्री सामानों से बनाई जाने वाली कृतियों में प्राकृतिक रंगों का समावेश भी हो रहा है।
समुद्री ट्रैश आजकल ट्रेंड में हैं। लोग ऐसा टच देने के लिए विशेष रूप से समुद्री तटीय इलाकों से सीप, मोतियां व पत्थर मंगवा रहे हैं। यह ट्रेंड ग्लोबल हो रहा है। लोग इसे घरों से लेकर कार्यालयों तक में लगवाना चाहते हैं। एक बार फिर से वही पुरानी सजावट देखने को मिलेगी।
- हिना अबरॉल, इंटीरियर डिजाइनर पुराना ट्रेंड वापस लौटकर आता है। इंटीरियर के क्षेत्र में इसका सबसे बड़ा उदाहरण समुद्री सजावटी सामानों से घर सजाने के ट्रेंड से मिलता है। लोग एक बार फिर वही पर्दे, वही पत्थरों से सजी दीवारें और आर्ट वर्क चाहते हैं। इसकी मांग तेजी से बढ़ रही है।
- मनु गुप्ता, इंटीरियर एक्सपर्ट