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सप्ताह का साक्षात्कार: नामांकन के अंतिम दिन तक वोट बनाने का काम चलेगा

लोकतंत्र के महापर्व को लेकर तैयारी शुरू हो चुकी है। जिला प्रशासन से लेकर पुलिस प्रशासन अपने योजना बना रहा है ताकि शांतपूर्ण तरीके से चुनाव संपन्न हो सके।

By JagranEdited By: Published: Sun, 15 Sep 2019 05:11 PM (IST)Updated: Sun, 15 Sep 2019 05:11 PM (IST)
सप्ताह का साक्षात्कार: नामांकन के अंतिम दिन तक वोट बनाने का काम चलेगा
सप्ताह का साक्षात्कार: नामांकन के अंतिम दिन तक वोट बनाने का काम चलेगा

विधानसभा चुनाव की तारीखों का अभी ऐलान नहीं हुआ है, लेकिन इसको लेकर तैयारी शुरू हो चुकी है। जिला प्रशासन के साथ ही पुलिस प्रशासन अपने स्तर योजना बना रहा है ताकि शांतिपूर्ण तरीके से चुनाव संपन्न हो सके। कुछ महीने पहले ही लोकसभा चुनाव हुआ था। जिले में कहीं से भी किसी भी प्रकार की गड़बड़ी की शिकायत सामने नहीं आई थी। लोकसभा चुनाव की तरह ही विधानसभा चुनाव शांति से संपन्न हो इसके लिए प्रशासन दो महीने पहले से ही तैयारी में जुटा है। स्टेटिक सर्विलांस टीम एवं फ्लाइंग स्क्वायड टीम सहित कई टीमें बनाई जा चुकी हैं। तैयारी के साथ ही अधिक से अधिक लोग मतदान में भाग लें, इसके लिए प्रयास किए जा रहे हैं। सबसे अधिक वोट बनवाने पर जोर दिया जा रहा है। लोगों से अपील की जा रही है कि वे अपना नाम सूची में दर्ज कराएं। चुनाव को लेकर अब तक की गई तैयारी को लेकर दैनिक जागरण के आदित्य राज ने जिला उपायुक्त व विधानसभा चुनाव के दौरान जिला निर्वाचन अधिकारी की भूमिका निभाने वाले अमित खत्री से विस्तृत बातचीत की। प्रस्तुत है मुख्य अंश : चुनाव की घोषणा होने ही वाली है, कहां तक तैयारी हो चुकी है?

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- आदर्श आचार संहिता लागू होने से पहले ही तैयारी लगभग पूरी कर ली गई है। सभी टीमों का न केवल गठन कर लिया गया है बल्कि जिम्मेदारी भी तय कर दी गई है। आदर्श आचार संहिता लागू होते ही सभी अपनी जिम्मेदारी निभाना शुरू कर देंगे। चुनाव के दौरान सबसे अधिक इस विषय पर जोर दिया जाता है कि कहीं भी आचार संहिता का उल्लंघन ना हो। इसके लिए फ्लाइंग स्क्वायड टीमों के गठन के साथ ही स्टेटिक सर्विलांस टीमों का गठन कर दिया गया है। स्टेटिक सर्विलांस टीमें जगह-जगह नाके लगाकर वाहनों की जांच करेंगी। इससे शराब या नकदी ले जाने वालों के ऊपर नजर रहेगी। चुनाव से संबंधित सभी विषयों के लिए अलग-अलग नोडल अधिकारी लगाए गए हैं। चुनाव में कितनी ईवीएम व कितने अधिकारी व कर्मचारी लगाए जाएंगे?

- चुनाव में कुल मिलाकर लगभग 5000 ईवीएम का इस्तेमाल किया जाएगा। इसकी व्यवस्था कर ली गई है। ईवीएम की जांच का काम भी शुरू कर दिया गया है। जहां तक मैनपावर की बात है तो कुल मिलाकर 10 हजार से अधिक अधिकारी एवं कर्मचारी चुनाव कार्य में अपनी भूमिका निभाएंगे। जितनी टीमें गठित की गई हैं, उन्हें प्रशिक्षण देने का काम भी शुरू कर दिया गया है। चुनाव कार्य में लगने वाले सभी अधिकारियों एवं कर्मचारियों को किसी न किसी स्तर पर प्रशिक्षण देने का प्रयास होगा ताकि कहीं भी किसी भी स्तर पर कमी न रहे। लोकसभा चुनाव में सभी ने ईमानदारी से प्रयास किया था तो सौ फीसद सफलता हासिल हुई। पूरी उम्मीद है कि विधानसभा चुनाव में भी सभी पूरी ईमानदारी से अपनी जिम्मेदारी निभाएंगे। साइबर सिटी की पहचान पूरी दुनिया में है। विदेश से प्रतिनिधि यहां चुनाव कार्य देखने के लिए पहुंचते हैं। लोकसभा चुनाव के दौरान भी कई देशों के प्रतिनिधि पहुंचे थे। इसे देखते हुए भी तैयारी की जाती है। काफी लोगों के नाम मतदाता सूची में दर्ज नहीं हैं, इसके लिए क्या तैयारी है?

- जिनके भी नाम मतदाता सूची में दर्ज नहीं हैं वे दर्ज कराएं। नामांकन की अंतिम तारीख तक लोग वोट बनवा सकते हैं। जिला चुनाव कार्यालय में पूरी सुविधा है। यदि नाम में कोई गलती है, पते में कोई गलती है तो उसे भी ठीक करा सकते हैं। इसके लिए जागरूकता अभियान भी चलाया जाएगा। अभियान के माध्यम से न केवल लोगों से मतदाता सूची में नाम दर्ज कराने की अपील की जाएगी बल्कि उन्हें मताधिकार के प्रयोग के लिए भी प्रेरित किया जाएगा। विशेष रूप से कॉलेजों में संवाद कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। यही नहीं जगह-जगह नुक्कड़ नाटकों के माध्यम से लोगों को जागरूक किया जाएगा। पॉश इलाकों में मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए भी विशेष रूप से प्रयास किए जाएंगे। वैसे पहले की अपेक्षा लोगों में काफी जागरूकता आई है। इस बार भी दिव्यांग मतदाताओं के लिए सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी?

- निश्चित रूप से सभी मतदान केंद्रों पर दिव्यांग मतदाताओं के लिए विशेष सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। जिन्हें मतदान केंद्र तक आने के लिए वाहन चाहिए, उन्हें वाहन उपलब्ध कराए जाएंगे। न केवल प्रशासन की ओर से भूमिका निभाई जाएगी बल्कि दिव्यांगों के लिए कार्यरत संगठन भी भूमिका निभाएंगे। जल्द ही संगठनों के वालंटियर्स से संवाद स्थापित किया जाएगा। उन्हें उनकी जिम्मेदारी के बारे में जागरूक किया जाएगा। लोकसभा चुनाव में भी वालंटियर्स ने विशेष भूमिका निभाई थी। लोकतंत्र के महापर्व को लेकर आप लोगों से क्या अपील करना चाहेंगे?

मैं अधिकारियों एवं कर्मचारियों के साथ ही आम लोगों से यही अपील करना चाहता हूं कि लोकतांत्रिक व्यवस्था में सबसे बड़ा व महत्वपूर्ण कार्य चुनाव होता है। इस कार्य में किसी भी स्तर पर कोताही नहीं होनी चाहिए। जहां तक मतदाताओं द्वारा मतदान करने का सवाल है तो यह सभी का अधिकार है। लोकतंत्र की मजबूती के लिए सभी को अपने मताधिकार का प्रयोग हर हाल में करना चाहिए। जिनके वोट नहीं बनें हैं वे जल्द से जल्द बनवाएं। यदि किसी भी प्रकार की परेशानी आती है तो अधिकारियों से संपर्क करें।

परिचय:

नाम : अमित खत्री

जन्मतिथि : 1 जनवरी 1987

शिक्षा: दिल्ली कॉलेज ऑफ इंजीनियरिग से बी.टेक

सेवा: वर्ष 2011 बैच के आइएएस, सहायक आयुक्त हिसार पद पर ज्वाइन किया। इसके बाद एसडीएम पलवल, एसडीएम सोनीपत, जोनल एडमिनिस्ट्रेटर रोहतक, अतिरिक्त जिला उपायुक्त रोहतक, प्रशासक सूरजकुंड क्राफ्ट मेला, अतिरिक्त आयुक्त नगर निगम गुरुग्राम, अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी गुरुग्राम महानगरीय विकास प्राधिकरण रहे। इसके बाद जींद में जिला उपायुक्त बनाए गए। वर्तमान में गुरुग्राम के जिला उपायुक्त के साथ ही नगर निगम के आयुक्त की भी अतिरिक्त जिम्मेदारी संभाल रहे हैं।


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