हनी ट्रैप में फंसाकर 40 लाख रुपये मांगने वाली महिला गिरफ्तार
हनी ट्रैप में फंसाकर एक युवक से 40 लाख रुपये मांगने का मामला सामने आया है। शिकायत सामने आते ही सदर थाना पुलिस ने जाल बिछाया।
जागरण संवाददाता, गुरुग्राम : हनी ट्रैप में फंसाकर एक युवक से 40 लाख रुपये मांगने का मामला सामने आया है। शिकायत सामने आते ही सदर थाना पुलिस ने जाल बिछाया। शुक्रवार शाम युवक को एक लाख रुपये देकर सेक्टर-17 इलाके में महिला के पास भेजा। पैसे पकड़ते ही महिला को काबू कर लिया गया। पूछताछ के बाद उसे अदालत में पेश किया गया, जहां से न्यायिक हिरासत में भोंडसी जेल भेज दिया गया। महिला आपत्तिजनक फोटो को आधार बनाकर झूठे आपराधिक मामले में फंसाने की धमकी भी दे रही थी। उससे एक लाख रुपये के साथ ही एक मोबाइल फोन भी बरामद किया गया।
शुक्रवार सुबह सदर थाना पुलिस को दी गई शिकायत के मुताबिक युवक की सेक्टर-39 में वर्कशॉप है। उसके सामने ही एक पीजी है जिसमें महिला रहती है। दो महीने पहले महिला से उसकी दोस्ती हो गई। धीरे-धीरे दोनों में शारीरिक संबंध स्थापित हो गए। इसके बाद महिला कहने लगी कि शारीरिक संबंध स्थापित होने के फोटो उसके पास हैं। इसके आधार पर वह उसे झूठे दुष्कर्म के मामले में फंसा देगी। यदि इससे बचना है तो 40 लाख रुपये दे दो।
शिकायत के अनुसार युवक ने कहा कि उसके पास इतने पैसे नहीं हैं। इस पर महिला ने कहा कि 40 लाख नहीं है तो फिलहाल 10 लाख दे दो, बाकी 30 लाख बाद में दे देना। झूठे मुकदमे में फंसाने की धमकी देते हुए वह बार-बार पैसे की मांग करने लगी। परेशान होकर उसने पुलिस में शिकायत दी। टीम गठित कर आरोपित महिला को दबोचा
शिकायत सामने आते ही सहायक पुलिस आयुक्त (सदर) अमन यादव के निर्देश पर सदर थाना प्रभारी बसंत कुमार ने एक टीम का गठन किया। युवक ने महिला से पैसे देने की बात की। सेक्टर-17 इलाके में मिलने का समय तय हुआ। इसके बाद युवक को एक लाख रुपये देकर महिला के पास भेजा गया। जैसे ही युवक ने पैसे दिए, वैसे ही पहले से ही सक्रिय पुलिस टीम ने आरोपित को रंगे हाथों दबोच लिया।
24 वर्षीय आरोपित महिला मूल रूप से उत्तर प्रदेश के कानपुर की रहने वाली है। उसकी ससुराल फरुखाबाद में है। वह पिछले चार-पांच साल से पति से अलग रह रही है। पहले एक एक निजी कंपनी में काम करती थी लेकिन फिलहाल कुछ नहीं कर रही है। पूछताछ में उसने आपसी सहमति से शारीरिक संबंध बनाकर व बाद में संबंध को आधार बनाकर झूठे मुकदमे में फंसाने की धमकी देने का आरोप स्वीकार किया है। उसने 40 लाख रुपये मांगने की बात भी स्वीकार कर ली है।
पुलिस उपायुक्त (पूर्वी) चंद्रमोहन ने सदर थाना पुलिस द्वारा की गई कार्रवाई की तारीफ करते हुए कहा कि शिकायत मिलने के बाद जैसे ही निर्देश दिया गया, टीम ने बेहतर प्रयास किया। इस वजह से शिकायत मिलने के कुछ ही घंटे बाद सफलता मिल गई।