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पदक का नहीं, अच्छे प्रदर्शन का वादा है: दीपक पूनिया

पिछले माह एस्टोनिया की राजधानी ताल्लिन में खेली गई जूनियर विश्व कुश्ती चैंपियनशिप 2019 में स्वर्ण पदक जीतने वाले भारतीय पहलवान के सामने अब कजाखस्तान में सीनियर विश्व कुश्ती चैंपियनशिप है।

By JagranEdited By: Published: Fri, 13 Sep 2019 08:19 PM (IST)Updated: Fri, 13 Sep 2019 08:19 PM (IST)
पदक का नहीं, अच्छे प्रदर्शन का वादा है: दीपक पूनिया
पदक का नहीं, अच्छे प्रदर्शन का वादा है: दीपक पूनिया

पिछले माह उत्तरी यूरोप के देश एस्टोनिया की राजधानी ताल्लिन में खेली गई जूनियर विश्व कुश्ती चैंपियनशिप 2019 में स्वर्ण पदक जीतने वाले भारतीय पहलवान के सामने अब कजाखिस्तान में सीनियर विश्व कुश्ती चैंपियनशिप है। 86 किग्रा वर्ग के इस पहलवान का सीनियर चैंपियनशिप में पदक जीतने का इरादा ²ढ़ है, लेकिन दुनिया के श्रेष्ठ पहलवानों के बीच पदक हासिल करने की राह आसान भी नहीं है। भारतीय कुश्ती जगत के नए सितारे दीपक पूनिया से तमाम प्रश्नों को लेकर दैनिक जागरण के अनिल भारद्वाज से फोन पर हुई बातचीत के मुख्य अंश।

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क्या जूनियर विश्व कुश्ती चैंपियनशिप का प्रदर्शन 15 सितंबर से शुरू हो रही सीनियर चैंपियनशिप में दोहरा पाएंगे?

- मैं पदक जीतने का नहीं, अच्छे प्रदर्शन का वादा करता हूं। मेरा मानना है एक खिलाड़ी को अच्छे प्रदर्शन पर ध्यान देना चाहिए। क्या दीपक पूनिया कजाखिस्तान में टोक्यो ओलंपिक का टिकट पक्का करने में कामयाब रहेंगे?

मेरे लिए इस समय टोक्यो टिकट से ज्यादा जरूरी है कजाखिस्तान में पदक जीतना। क्योंकि मुझे विश्व चैंपियनशिप में सिर्फ टिकट नहीं चाहिए, पदक साथ चाहिए और इसी लक्ष्य को लेकर मुकाबलों में उतरने की तैयारी है। आप अपनी पहली सीनियर विश्व चैंपियनशिप में पदक जीतने के प्रति कितने आश्वस्त हैं?

मेरे पास मौका अच्छा है लेकिन मुकाबले कड़े हैं और मैंने मुकाबलों को ध्यान में रखकर तैयारी की है। सबसे पहला लक्ष्य सेमीफाइनल में स्थान बनाने का है और उसके बाद फाइनल का लक्ष्य है। विश्व चैंपियनशिप में हर मुकाबला अहम होगा। आप किसी को हल्के में नहीं ले सकते। जिन वजन वर्ग में आप खेल रहे हैं उसमें कुश्ती प्रेमी पदक की आशा बहुत कम रखते हैं लेकिन फिर आपसे सभी को उम्मीद है।

(हंसते हुए) ऐसा नहीं है कि इस वजन वर्ग में भारत के पदक नहीं हैं। बहुत से हलवानों ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पदक जीते हैं। मेरे लिए गर्व की बात है कि देशवासियों को मुझ पर आशा है। मेरी पूरी कोशिश रहेगी कि मैं देशवासियों की आशा पर खरा उतरूं। वैसे आप को बताना चाहता हूं आज भारत का पहलवान अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हर वजन में कड़ा मुकाबला पेश कर रहा है। भारत का पहलवान हर वजन में पदक का मजबूत दावेदार है। आपके मुकाबले में किन-किन देशों के पहलवान कड़ी टक्कर देंगे?

विश्व चैंपियनशिप में आप किसी को कमजोर नहीं आंक सकते लेकिन रूस, ईरान, अजरबैजान, बेलारूस व तुर्की के पहलवानों से मुख्य मुकाबला रहेगा। मैंने इन देशों के पहलवानों को मुकाबले लड़ते देखा है। यह मेरे काम आएगा। जिन देशों के आप नाम बता रहे हैं, उन देशों के पहलवान पहले भी खेल चुके हैं और उनका अच्छा एक्सपीरियंस है, इन पहलवानों से कैसे मुकाबला करने की तैयारी है?

मैंने जूनियर विश्व चैंपियनशिप में पदक जीतने की अच्छी खासी तैयारी की थी। वहां से पदक जीतने के बाद मेरा चयन सीनियर टीम में हो गया था। मेरी तैयारी लगातार जारी है। यह सही है कि सीनियर विश्व चैंपियनशिप में पहली बार उतर रहा हूं लेकिन आप विश्वास रखिए रूस, ईरान, अजरबैजान, बेलारूस, तुर्की के पहलवान मेरे साथ मुकाबले को लेकर चितित जरूर होंगे।


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