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धोखाधड़ी के आरोपित नकली आइपीएस को भेजा जेल

अपने आपको आइपीएस बताकर प्लॉट दिलाने के नाम पर धोखाधड़ी करने के आरोपित उत्तरप्रदेश के ग्रेटर नोएडा निवासी गौरव मिश्रा को खेड़कीदौला थाना पुलिस ने बृहस्पतिवार को अदालत में पेश किया जहां से उसे न्यायिक हिरासत में भोंडसी जेल भेज दिया गया।

By JagranEdited By: Published: Fri, 06 Sep 2019 06:40 PM (IST)Updated: Fri, 06 Sep 2019 06:40 PM (IST)
धोखाधड़ी के आरोपित नकली आइपीएस को भेजा जेल
धोखाधड़ी के आरोपित नकली आइपीएस को भेजा जेल

जागरण संवाददाता, गुरुग्राम: अपने आपको आइपीएस बताकर प्लॉट दिलाने के नाम पर धोखाधड़ी करने के आरोपित उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा निवासी गौरव मिश्रा को खेड़कीदौला थाना पुलिस ने बृहस्पतिवार को अदालत में पेश किया, जहां से उसे न्यायिक हिरासत में भोंडसी जेल भेज दिया गया। उसे 4 सितंबर को नोएडा से गिरफ्तार किया गया। आरोपित ने बीटेक कर रखा है। वर्तमान में घरेलू सामान की होम डिलीवरी का काम करता है। उसके खिलाफ गुरुग्राम के साथ ही नोएडा एवं हापुड़ में प्लॉट दिलाने के नाम पर धोखाधड़ी करने के कुल पांच मामले दर्ज हैं।

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पिछले साल 8 सितंबर को सेक्टर-82 निवासी लोकेश शर्मा ने खेड़कीदौला थाने में शिकायत दी थी कि गौरव मिश्रा उनके साथ वर्ष 2009 में रुद्रपुर स्थित एक कंपनी में काम करता था। वर्ष 2014 दीपावली के दौरान उनके मोबाइल पर आरके सिंह नाम से एक व्यक्ति का फोन आया। उसने अपने आपको इंस्पेक्टर बताते हुए कहा कि उनसे आइपीएस साहब गौरव मिश्रा बात करना चाहते हैं। बातचीत में गौरव ने कहा कि उसने कंपनी छोड़ने के बाद सिविल सर्विस की तैयारी शुरू की और सफल हो गया। वर्ष 2012 बैच का आइपीएस है। वर्तमान में दिल्ली हेडक्वार्टर में कार्यरत है। इसके बाद वह उनके घर आया। उसके पास रिवाल्वर भी थी, जिसकी कीमत लगभग दस लाख रुपये बताई। उसने कहा कि ट्रेनिग पूरी होने पर गृहमंत्री ने उसे दी है।

इसके बाद गौरव ने उन्हें मिलने के लिए एमजी रोड स्थित एक बार में बुलाया। वहां पर अपने पीआरओ आरके सिंह को साथ लेकर आया। आरके सिंह उत्तर प्रदेश पुलिस के दारोगा की यूनिफार्म में था। बातचीत में गौरव ने बताया कि उसकी शादी उसके ही बैच की आइपीएस अनिकेता से हुई है। अनिकेता हरियाणा कैडर की अधिकारी है। वर्तमान में मोहाली में कार्यरत है। बातचीत के दौरान ही उसने कहा कि ग्रेटर नोएडा में वह 100 वर्ग गज का एक प्लॉट 15 लाख रुपये में दिलवा सकता है।

बातचीत फाइनल होने पर गौरव मिश्रा को एडवांस के रूप में 9 लाख रुपये दे दिए। बाकी रजिस्ट्री के समय देना तय हुआ। इस बीच लोकेश के दोस्त से भी गौरव ने किसी बहाने उधार लिए। न ही रजिस्ट्री कराई और न ही उधार के पैसे लौटाए। शिकायत के आधार पर मामला दर्ज कर खेड़कीदौला थाना पुलिस आरोपित की तलाश कर रही थी। पुलिस प्रवक्ता सुभाष बोकन ने बताया कि आरोपित ने कई लोगों के साथ धोखाधड़ी की है।


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