नागरिकों के मांग पत्र में उठाए गए हैं महत्वपूर्ण मुद्दे: राव इंद्रजीत सिंह
गुड़गांव लोकसभा क्षेत्र से सांसद एवं केंद्रीय राज्य मंत्री राव इंद्रजीत सिंह ने कहा कि नागरिकों के मांग पत्र में जो भी मुद्दे शामिल हैं वह हमारे भविष्य के लिए बेहद महत्वपूर्ण हैं।
जागरण संवाददाता, गुरुग्राम: गुड़गांव लोकसभा क्षेत्र से सांसद एवं केंद्रीय राज्य मंत्री राव इंद्रजीत सिंह ने कहा कि नागरिकों के मांग पत्र में जो भी मुद्दे शामिल हैं, वह हमारे भविष्य के लिए बेहद महत्वपूर्ण हैं। बात चाहे अरावली को बचाने की हो या आबोहवा की बेहतरी की या भूजल की स्थिति सुधारने की, इस मामले में सरकार प्रयास कर रही है। इसका ठोस समाधान तभी होगा जब लोग स्वयं जागरूक होंगे। सिर्फ सरकार के ही भरोसे रहना ठीक नहीं है। असली सुधार के लिए हर किसी को जागना होगा। सिटीजन संगठन बनाकर लोगों को अपने स्तर पर भी प्रयास करने होंगे।
राव इंद्रजीत सिंह ने यह बातें मंगलवार को दैनिक जागरण के 'हर वोट कुछ कहता है' अभियान के तहत आयोजित कार्यक्रम के दौरान कही। यह कार्यक्रम शहर के महरौली रोड स्थित होटल विट्स मैंगो ब्लॉसम में आयोजित किया गया। लोकसभा चुनाव के दौरान गुड़गांव लोकसभा क्षेत्र के लोगों से मिले फीडबैक के आधार पर दैनिक जागरण द्वारा तैयार किया गया नौ सूत्रीय नागरिक मांगपत्र सांसद राव इंद्रजीत सिंह को दैनिक जागरण के मुख्य महाप्रबंधक नीतेंद्र श्रीवास्तव ने सौंपा। इस मांग पत्र में तीन राष्ट्रीय, तीन राज्य स्तरीय और तीन स्थानीय मांगों को शामिल किया गया है।
केंद्रीय मंत्री कहा कि दैनिक जागरण ने जनता की उम्मीदों से हमें जिस प्रकार से अवगत कराया है, वह अत्यंत सराहनीय है। उन्होंने कहा कि गुरुग्राम की बात की जाए तो यह जिला पूरे प्रदेश का अकेले लगभग 70 फीसद राजस्व देता है। भूजल, पार्किंग व वायु प्रदूषण की बात की जाए तो यह यह जिला काफी संवेदनशील है। पहले जो लोग यहां बसना चाहते थे अब वह इससे दूरी बनाने लगे हैं। उन्हें पता है कि आने वाले एक दशक बात यहां की स्थिति इन मामलों में और खराब है। सांसद ने यह भी कहा कि उन्होंने गुरुग्राम में मल्टीलेवल पार्किंग मंजूर कराई थी। अब जीएमडीए द्वारा कहा जा रहा है कि गुरुग्राम में मल्टीलेवल पार्किंग की जरूरत नहीं है।
राव इंद्रजीत सिंह ने कहा कि नीति आयोग की बैठकों में भी अब जल संरक्षण बना मुद्दा है। भूजल को किस प्रकार से बढ़ाया जाए और नदियों को कैसे जोड़ा जाए इसे लेकर केंद्र सरकार द्वारा काफी प्रयास किया जा रहा है। राव ने कहा कि स्थानीय सांसद होने के नाते वह इस बात को भली भांति समझते हैं कि अरावली का हमारे लिए क्या महत्व है। अफसोस की बात है कि अभी भी लोग इस पर चील जैसी ²ष्टि गड़ाए बैठे हैं। उन्हें आने वाले पीढ़ी का बिल्कुल ख्याल नहीं है।
राव इंद्रजीत ने मांगर बणी की भी चर्चा की। कहा कि इसे गैर-वन क्षेत्र घोषित करने का काफी प्रयास हुआ। अपने जिस बेबाक अंदाज के लिए राव इंद्रजीत मशहूर हैं, उसी अंदाज में दैनिक जागरण के मंच से कहा कि अरावली आज के सबसे बुरे दौर में है। उन्होंने कहा कि अपनी सांसद निधि से रेन वाटर हार्वेस्टिग के लिए भरपूर फंड जारी किया है। औद्योगिक विकास का भी मुद्दा उन्होंने उठाया। सड़क पर वाहनों की लगातार बढ़ती संख्या पर भी उन्होंने चिता जताई।
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नागरिकों के मांग पत्र में यह है शामिल
राष्ट्रीय मुद्दे
- अरावली क्षेत्र में खनन
- औद्योगिक विकास एवं रोजगार
- जल संकट एवं भूजल दोहन
राज्य स्तरीय मुद्दे
- पार्किंग की समस्या
- औद्योगिक क्षेत्रों में जल संकट
- जहरीली आबोहवा स्थानीय मुद्दे
- नहीं बना द्वारका एक्सप्रेस-वे
- सरकारी स्वास्थ्य सेवाओं की बदहाली
- मतदान में अड़ंगा, विकास में पिछड़ा।