भगवान नटराजन का हुआ पूजन
हरियाणा कला परिषद के पूर्व निदेशक अजय सिंहल ने कहा कला हमारे जीवन का महत्वपूर्ण अंग है।
जासं, गुरुग्राम: हरियाणा कला परिषद के पूर्व निदेशक अजय सिंहल ने कहा कि कला हमारे जीवन का महत्वपूर्ण अंग है। जो सभी समस्याओं का समाधान है। कला की किसी विधा में आने के बाद आपको तनाव नहीं रहता। मन तरंगों से झूम उठता है। विभिन्न बीमारियां स्वत: ही समाप्त हो जाती है। अत: कला के क्षेत्र को हमें बढ़ावा देना चाहिए। उन्होंने कमल पब्लिक स्कूल में भगवान नटराज के पूजन के बाद यह बात कही।
अजय सिंहल ने कहा भारत में 64 कलाओं की कल्पना की गई है। जैसे हर विषय के लिए अलग देवता निर्धारित हैं। वैसे ही 64 कलाओं के अवतार भगवान शिव के नटराज स्वरूप को माना गया है।
नटराज पूजन के अवसर पर उपस्थित रावण का अभिनय 39 बार करने के लिए लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड में नाम दर्ज कराने वाले बनवारी लाल सैनी ने कहा कि कला हमारे जीवन का महत्वपूर्ण अंग है, जो सभी समस्याओं का समाधान है। कला की किसी विधा में आने के बाद आपको तनाव नहीं रहता। मन तरंगों से झूम उठता है। विभिन्न बीमारियां स्वत: ही समाप्त हो जाती है। इस अवसर पर राधेश्याम किरार एवं उनकी टीम ने भगवान नटराज की आरती का प्रस्तुतीकरण किया। जबकि भरतनाट्यम की वरिष्ठ नृत्यांगना गायत्री ने प्रस्तुति दी। कार्यक्रम का संचालन राम बहादुर सिंह ने किया।