इंद्रप्रस्थ लिट्रेचर फेस्टिवल का हिदी साहित्योत्सव
इंद्रप्रस्थ लिट्रेचर फेस्टिवल संस्था द्वारा आर्य समाज मंदिर माडल टाऊन भव्य लोकार्पण और सरस काव्य गोष्ठी का आयोजन किया गया। कवियत्री वीना अग्रवाल द्वारा सरस्वती वंदना से कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ। उनकी शोध पुस्तक राजस्थानी एवं हरियाणवी लोकगीतों का तुलनात्मक अध्ययन का लोकार्पण हुआ। लेखिका ने बताया कि इस पुस्तक में भारतीय संस्कृति के
जागरण संवाददाता, गुरुग्राम :इंद्रप्रस्थ लिट्रेचर फेस्टिवल संस्था द्वारा आर्य समाज मंदिर, माडल टाऊन भव्य लोकार्पण और सरस काव्य गोष्ठी का आयोजन किया गया। कवयित्री वीना अग्रवाल द्वारा सरस्वती वंदना से कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। उनकी शोध पुस्तक राजस्थानी एवं हरियाणवी लोकगीतों का तुलनात्मक अध्ययन का लोकार्पण हुआ। लेखिका ने बताया कि इस पुस्तक में भारतीय संस्कृति के अभिन्न अंग लोकगीतों के साथ -साथ सोलह संस्कारों तथा हरियाणवी व राजस्थानी बोली पर भी विशद विश्लेषण प्रस्तुत किया गया है। इस अवसर पर प्रसिद्ध साहित्यकार डॉ. मुक्ता डॉ. बीना राघव की पुस्तकों पर परिचर्चा हुई भी हुई। डॉ. मुक्ता की पुस्तक रेत होते रिश्ते पर सुरेखा शर्मा की समीक्षा को मोनिका शर्मा ने प्रस्तुत किया।