बारिश होते ही एक्सप्रेस-वे पर फिर लगेगा जाम
तेज बारिश होते ही एक्सप्रेस-वे की सर्विस लेन पर जलजमाव होने से कोई रोक नहीं सकता। न ही नालों की सफाई के ऊपर ध्यान दिया जा रहा है और न ही सभी पुलिया को चालू करने के ऊपर ही। कागजों में ही अधिकारी तैयारी का दावा कर रहे हैं।
जागरण संवाददाता, गुरुग्राम : तेज बारिश होते ही एक्सप्रेस-वे की सर्विस लेन पर जलजमाव होने से कोई रोक नहीं सकता। न ही नालों की सफाई के ऊपर ध्यान दिया जा रहा है और न ही सभी पुलिया को चालू करने के ऊपर ही। कागजों में ही अधिकारी तैयारी का दावा कर रहे हैं।
पिछले सप्ताह बृहस्पतिवार को कुछ देर की तेज बारिश में ही दिल्ली-गुरुग्राम एक्सप्रेस-वे की सर्विस लेन अधिकतर जगह डूब गई थी। कहीं-कहीं पानी इतना जमा हो गया था कि एक्सप्रेस-वे के ऊपर पानी चढ़ गया था। इससे काफी देर तक ट्रैफिक व्यवस्था प्रभावित रही। इसके बाद भी न ही जिला प्रशासन से लेकर भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण तक ध्यान देने को तैयार नहीं। सभी दावा करते हैं कि जगह-जगह पंप लगा दिए गए हैं, इससे जलजमाव नहीं होगा। बृहस्पतिवार सभी पंप चालू होने के बाद भी जलजमाव से निजात नहीं मिली। जानकारों का मानना है कि एक्सप्रेस-वे में पानी निकासी के लिए बनाई गई सभी पुलिया को चालू करना ही होगा। इसके अलावा दूसरा कोई चारा नहीं है। साथ ही नालों की सफाई प्रतिदिन करानी होगी। इसके ऊपर शासन-प्रशासन का ध्यान नहीं है। गुरुग्राम इलाके में एक्सप्रेस-वे पर 36 पुलिया का निर्माण है लेकिन इनमें से 26 बंद हैं। ऐसी स्थिति में जलजमाव से कैसे निजात मिलेगी। सेक्टर-31 निवासी राजन मल्होत्रा एवं रणविजय सिंह कहते हैं कि एक्सप्रेस-वे के दोनों तरफ से अतिक्रमण हटाया जाए। साथ ही दोनों तरफ नाला बनाने के ऊपर जोर दिया जाए। पूरी दुनिया में गुरुग्राम की किरकिरी हो रही है। इसे बाद भी अधिकारियों के ऊपर कोई असर नहीं। बता दें कि मानसून का प्रवेश लगभग हो चुका है लेकिन अब तक बादशाहपुर ड्रेन का निर्माण भी पूरा नहीं हुआ है। आशंका है कि यदि चार से पांच घंटे तेज बारिश हो गई फिर पिछले साल की तरह ही हीरो होंडा चौक फ्लाईओवर में नाव चलेगी।
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एक्सप्रेस-वे की 36 में से 26 पुलिया क्यों बंद है, इस बारे में मैं जल्द ही व्यक्तिगत स्तर पर जानकारी हासिल करुंगा। इसका समाधान निकाला जाएगा। इतनी चिता करने के बाद भी पिछले सप्ताह न केवल एक्सप्रेस-वे की सर्विस लेन पर बल्कि शहर के कई इलाकों में भारी जलजमाव हो गया। इस बारे में अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए गए हैं।
राव नरबीर सिंह, लोक निर्माण एवं वन मंत्री