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चौमा कांड : वन विभाग के दो अधिकारियों पर लटकी गिरफ्तारी की तलवार

गांव चौमा में बिना अनुमति के की गई पेड़ों की कटाई मामले में फारेस्ट गार्ड प्रवीण कुमार के बाद अब वन विभाग के दो अधिकारियों को भी कभी भी गिरफ्तार किया जा सकता है। जांच से यह साफ हो चुका है बिना अनुमति के पेड़ों की कटाई किए जाने की जानकारी तत्कालीन रेंज ऑफिसर एवं फारेस्टर को थी।

By JagranEdited By: Published: Sat, 06 Jul 2019 05:02 PM (IST)Updated: Sat, 06 Jul 2019 05:02 PM (IST)
चौमा कांड : वन विभाग के दो अधिकारियों पर लटकी गिरफ्तारी की तलवार
चौमा कांड : वन विभाग के दो अधिकारियों पर लटकी गिरफ्तारी की तलवार

आदित्य राज, गुरुग्राम

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गांव चौमा में बिना अनुमति के की गई पेड़ों की कटाई मामले में फारेस्ट गार्ड प्रवीण कुमार के बाद अब वन विभाग के दो अधिकारियों को कभी भी गिरफ्तार किया जा सकता है। जांच से यह साफ हो चुका है कि बिना अनुमति के पेड़ों की कटाई किए जाने की जानकारी तत्कालीन रेंज ऑफिसर एवं फारेस्टर को थी। जांच में यह बात भी लगभग साफ हो चुकी है कि बिल्डर ने बिना अनुमति के पेड़ों को काटने के बदले गार्ड को तीन लाख रुपये दिए थे।

वर्ष 2017 में जनवरी के दौरान एम3एम नामक बिल्डर ने गांव चौमा में अपनी जमीन पर खड़े 20 पेड़ काटने की अनुमति वन विभाग से मांगी थी लेकिन इसकी जगह 2200 से अधिक पेड़ काट दिए गए थे। मामले में एनजीटी के आदेश पर वन विभाग ने बिल्डर के खिलाफ डेढ़ करोड़ रुपये का जुर्माना लगा दिया है। इधर, सहायक पुलिस आयुक्त (डीएलएफ) करण गोयल ने मिलीभगत करने के आरोपित रेंज ऑफिसर, फारेस्टर एवं गार्ड के खिलाफ जांच तेज कर दी है। पिछले सप्ताह गार्ड प्रवीण कुमार को गिरफ्तार कर लिया गया। बताया जाता है कि रेंज ऑफिसर अमरदीप एवं फारेस्टर खजान सिंह भी जांच टीम के निशाने पर थे लेकिन वे अपने कार्यालय में नहीं मिले। गार्ड की गिरफ्तारी के बाद से महकमे में हड़कंप मचा हुआ है।

वन विभाग की हो रही है किरकिरी

गांव चौमा कांड से वन विभाग गुरुग्राम की काफी किरकिरी हो रही है। किरकिरी इस बात को लेकर अधिक हो रही है कि गुरुग्राम में मुख्य वन संरक्षक स्तर तक के अधिकारी बैठते हैं। इसके बाद भी शहर के बीच से बिना अनुमति के बिना 2200 पेड़ काट दिए गए। इससे साफ है कि या तो ऊपर तक मिलीभगत थी या फिर अधिकारियों का अपना कोई नेटवर्क नहीं है। फील्ड में क्या हो रहा है, उन्हें कुछ पता नहीं होता। बिना अनुमति के 2200 पेड़ों की कटाई करना काफी गंभीर मामला है। मामले में बिल्डर के ऊपर जुर्माना लगाया जा चुका है। मिलीभगत के आरोपित रेंज ऑफिसर, फारेस्टर एवं गार्ड के खिलाफ जांच चल रही है। इनमें से गार्ड को पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है। इसे देखते हुए उसे तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है।

- डॉ. डी., हेमब्रम, मुख्य वन संरक्षक, गुरुग्राम मामले में गार्ड को गिरफ्तार कर उससे पूछताछ की जा रही है। जहां तक रेंज ऑफिसर एवं फारेस्टर की गिरफ्तारी का सवाल है तो जांच के मुताबिक ही कार्रवाई की जाएगी। यदि जांच में दोष मिला तो हर हाल में दोनों को भी गिरफ्तार किया जाएगा। जल्द ही पूरी सच्चाई सामने लाई जाएगी।

- करण गोयल, सहायक पुलिस आयुक्त (डीएलएफ), गुरुग्राम


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